चर्च की राजनीति में अहम फैसला, बिशप दान को सहायक रजिस्ट्रार ने अपने फैसले में माना बिशप

प्रयागराज।   डायसिस आफ लखनऊ चर्च आफ नॉर्थ इंडिया मामले में सहायक रजिस्ट्रार फर्म सोसायटी एवं चिट्स ने  अपने ऐतिहासिक फैसले में पीटर बलदेव की आपत्ति को खारिज करते हुए मोरिस दान को बिशप डायसिस आफ लखनऊ चर्च ऑफ नार्थ इंडिया घोषित कर दिया. गौरतलब हो कि बिशप दान 30 अगस्त 2009 को बिशप डायसिस आफ लखनऊ चर्च ऑफ नार्थ इंडिया के पद पर निर्वाचित होने के बाद पदभार ग्रहण किया  था. तीन वर्षों के पश्चात cni  संविधान के खिलाफ  जाकर चार फर्जी मुकदमे दर्ज हो जाने पर cni ने बिशप दान को अवैध तरीके से छुट्टी पर भेज दिया था और बाद में 27 नवंबर 2013 को उनको उनके पद से अवैध तरीके से बर्खास्त कर दिया था. बाद में फर्जी मुकदमों के समाप्त हो जाने एवं क्षेत्राधिकारी सिविल लाइन द्वारा बिशप दान  को क्लीन चिट मिल जाने पर बिशप दान ने  8 जनवरी 2019 को तत्कालीन मॉडरेटर को प्रत्यावेदन देकर यह अनुरोध किया था कि उनके विरुद्ध दर्ज मुकदमे समाप्त हो गए हैं और इन्ही मुकदमों के आधार पर उनको भी बिशप पद से हटाया गया था अतः उनको पुनः बिशप पद पर बहाल किया जाए उक्त पत्र पर  विचारोंपरान्त  कार्यवाहक मॉडरेटर ने  बिशप दान की बर्खास्तगी को रद्द करते हुए दिनांक 16 जनवरी 2019 को बिशप दान को उनके विशप पद पर बहाल कर दिया तत्पश्चात दिनांक  6 फरवरी 2020 को सी एन आई के जनरल सेक्रेटरी अलवान मशीह  द्वारा सभी बिशपो को इस आशय का  पत्र भेजकर कि वे अपनी-अपनी डायसिस को रजिस्टर्ड करा लें के निर्देश के क्रम में बिशप दान ने दिनांक 20 अक्टूबर 2020 को डायसिस आफ लखनऊ चर्च ऑफ नार्थ इंडिया 25 महात्मा गांधी मार्ग नामक सोसाइटी सहायक रजिस्ट्रार के यहां पंजीकृत करा लिया जिस में भी खुद बिशप  तथा राजेश जोजफ   सचिव पद पर नियुक्त थे राजेश जोजफ  कि मृत्यु के पश्चात सचिव पद पर राक्वेल अमर मोजिस  नियुक्त हुए और वर्ष 2021. 22 की प्रबंध समिति की सूची भी मॉरिस दान की पंजीकृत हो गई जिसमें विशप के पद पर  मॉरिस दान का नाम अंकित है इसी को आधार बनाते हुए सिविल जज नैनीताल ने पीटर बलदेव का दावा खारिज करते हुए  बिशप दान को ही बिशप  डायसिस आफ लखनऊ माना जिससे घबराकर पीटर बलदेव ने सहायक रजिस्ट्रार के यहां आपत्ति दाखिल की और कहा कि बिशप डायसिस आफ लखनऊ के पद पर पीटर बलदेव हैं ना कि बिशप दान.यहां पर दोनों पक्षों की सुनवाई करने के उपरांत सहायक रजिस्ट्रार ने पीटर बलदेव की आपत्ति को बलहीन एवं विधिक न पाए जाने पर खारिज करते हुए मॉरिस दान  को बिशप डायसिस आफ लखनऊ चर्च ऑफ नार्थ इंडिया घोषित कर दिया..

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