घर पर रखना चाहते हैं शिवलिंग, तो इन नियमों का करना होगा पालन

महादेव का पसंदीदा महीना सावन चल रहा है, जिसमें भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के पूजा पाठ और अनुष्ठान करवाए जाते है। इस पवित्र महीने में कई लोग अपने घर के मंदिर में शिवलिंग भी लेकर आते है। हालांकि शिव पुराण के मुताबिक अगर शिवलिंग के नियमों का पालन किया जाए तो इसको घर में रखा जा सकता है। मगर धर्म शास्त्रों मे शिवलिंग की स्थापना के कई कड़े नियम हैं जिनका पालन करना आवश्यक होता है।

छोटा शिवलिंग
शिवलिंग वैसे कई साइज के होते है मगर घर पर शिवलिंग रखने के लिए इसके साइज का ध्यान रखना चाहिए। घर के मंदिर में सिर्फ अंगूठे के साइज का ही शिवलिंग होना चाहिए। इससे बड़े साइज का शिवलिंग स्थापित नहीं करना चाहिए।

एक से अधिक शिवलिंग ना रखें
घर पर एक से अधिक शिवलिंग नहीं रखने चाहिए। घर के मंदिर में सिर्फ एक ही शिवलिंग रखें।

ऐसे करें प्राण प्रतिष्ठा
घर पर आए किसी मूर्ति की पहले प्राण प्रतिष्ठा की जाती है। मगर घर के मंदिर में आए शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा नहीं करवानी चाहिए। इस शिवलिंग की मंत्र के रोजाना पूजा करें।

इन धातुओं से निर्मित शिवलिंग घर पर रखें
घर पर हर किसी धातु का शिवलिंग नहीं रखा जा सकता है। घर के मंदिर में शिवलिंग रखने के लिए खास ध्यान रखना चाहिए। इसमें सोने, चांदी या तांबे से बने शिवलिंग को पूजा घर में रख सकते है। हालांकि धातु के शिवलिंग पर नाग लिपटा हुआ होना चाहिए।

पारद शिवलिंग
बता दें कि वैसे तो घर पर कई तरह के शिवलिंग रखे जा सकते है। मगर घर पर पूजा करने के लिए पार शिवलिंग को सबसे शुभ माना जाता है।

नियमित करें शिवलिंग की सफाई
शिवलिंग को सिर्फ मंदिर में स्थापित करना ही काफी नहीं होता है। शिवलिंग की नियमित तौर पर साफ-सफाई भी करनी चाहिए। घर पर रखे शिवलिंग का भी नियमित रूप से जलाभिषेक करना चाहिए।

शिवलिंग को ना रखें यहां
घर पर शिवलिंग की पूजा करने के लिए शिवलिंग को हमेशा सिर्फ पूजा के स्थान पर ही रखें। शिवलिंग को कभी भी पूजा स्थान के अलावा कहीं नहीं रखना चाहिए। कई लोग बेडरूम या हॉल में शोपीस के तौर पर इसे रख लेते हैं मगर ऐसा करने से बचना चाहिए।

शिव परिवार की तस्वीर
अगर आप घर पर शिवलिंग को रख रहे हैं, तो कभी शिवलिंग अकेला ना रखें। मंदिर में रखे शिवलिंग के साथ हमेशा एक तस्वीर शिव परिवार की भी रखें। इसके बिना शिवलिंग मंदिर में नहीं होना चाहिए।

जलधारा
हिंदू धार्मिक ग्रंथों की मानें तो शिवलिंग से ही हर समय ऊर्जा का संचार होता है। ऐसे में जरुरी है कि शिवलिंग पर हमेशा जल की एक धारा बहती है। ऐशा करने से ऊर्जा शांत रहती है।

इन फूलों से ना करें पूजन
शिवलिंग पर वैसे तो कोई भी फूल चढ़ाए जा सकते है। मगर केतकी के फूल को कभी शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा तुलकी, सिंदू से भी भगवान शिव और शिवलिंग की पूजा नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से भगवान शिव क्रोधित हो जाते है।

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