घर के मंदिर में पितरों की तस्वीर रखना सही या गलत, जानिए क्या कहता है वास्तु शास्त्र

वास्तु शास्त्र में घर के मंदिर से जुड़े कई अहम नियमों के बारे में बताया गया है। वास्तु शास्त्र में बताए गए इन नियमों का पालन करना जरूरी माना गया है। इन्हीं में से एक नियम यह भी है कि घर के मंदिर में क्या रखना सही है और क्या रखना गलत है। वास्तु शास्त्र में इस बात का उल्लेख मिलता है कि घर के मंदिर में किन चीजों को रखना चाहिए और किन चीजों को रखने की मनाही होती है।एक सवाल यह भी है कि क्या घर के मंदिर में पितरों की तस्वीर रखना चाहिए या नहीं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि क्या घर के मंदिर में पितरों की तस्वीर रखनी चाहिए या नहीं।

घर के मंदिर में पितरों की तस्वीर

वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर के मंदिर में पितरों की तस्वीर रखने से देवी-देवता नाराज हो जाते हैं। इसलिए घर के मंदिर में पितरों की तस्वीर नहीं रखनी चाहिए।

बता दें कि असल में देवी-देवताओं से नीचे पितरों का स्थान माना गया है। ऐसे में पितरों की तस्वीर मंदिर में रखने से बचना चाहिए।

घर के मंदिर में पितरों को स्थापित करने का अर्थ है आप उनको देवी-देवता के समान मानते हैं।

घर में मंदिर में पितरों की तस्वीर रखने से वास्तु दोष लगता है और घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने लगती है।

मंदिर में पतरों की तस्वीर रखने से पितृदोष लगता है। वहीं खुद पितृ भी पूरे परिवार से नाराज हो जाते हैं।

बता दें कि घर के मंदिर में पितरों की तस्वीर रखने घर में सनकत आना शुरू हो जाते हैं और ग्रह कमजोर होने लगते हैं। इसलिए मंदिर में पितरों की तस्वीर नहीं रखनी चाहिए।

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