ग्रामीण क्षेत्र के विकास से ही होगा देश और समाज का विकास* – पं. जे. एन. मिश्र

  प्रयागराज।   रोवर्स-रेंजर्स एक सामाजिक संगठन है, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों में अनुशासन लाना है। इन्हीं अनुशासित विद्यार्थियों द्वारा समाज को, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में जागरूकता लाकर कुरीतियों, अंधविश्वासों और रूढ़ियों को दूर किया जा सकता है। जब गाँवों का विकास होगा, तभी सच्चे अर्थों में देश और समाज का विकास होगा। यह कहना था नेहरू ग्राम भारती मानित् विश्वविद्यालय के कुलाधिपति पं. जगदीश नारायण मिश्र का, जो विश्वविद्यालय में आयोजित पंचदिवसीय रोवर्स-रेंजर्स प्रवेश प्रशिक्षण शिविर का शुभारम्भ कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि जिन सपनों के साथ विश्वविद्यालय प्रारम्भ किया गया था, इस शिविर के माध्यम से वह सपना पूरा हो रहा है।
         इस अवसर पर कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव ने कहा कि रोवर्स रेंजर्स का उद्देश्य समाज-सेवा के साथ ही स्वयं को भी सचेत और सचेष्ट रखना है। स्वयं स्वस्थ और प्रसन्न रहें तथा परिवार और समाज को भी स्वस्थ-प्रसन्न रखें। इसके लिए उम्र की कोई सीमा नहीं है। प्रति कुलपति डॉ. सुरेश चन्द्र तिवारी ने कहा कि इसका ध्येय वाक्य (मोटो) है-‘सर्विस टू सोसायटी’ अर्थात् समाज की सेवा। धर्म और कर्म से समाज की सेवा ही इसका उद्देश्य है।
         प्रशिक्षण शिविर के प्रारम्भ में समन्वयक डॉ. विष्णु प्रसाद शुक्ल ने रोवर्स-रेंजर्स की उपयोगिता और सामाजिक महत्व पर प्रकाश डाला। संचालन डॉ. साधना त्रिपाठी तथा धन्यवाद डॉ. शक्तिनाथ त्रिपाठी ने किया। प्रशिक्षण के लिए श्री वेद प्रकाश भगत (डीओसी-प्रयागराज), उमेश चन्द्र द्विवेदी और श्रीमती रीता शर्मा के साथ ही निदेशक डॉ. प्रमोद मिश्रा, संकाय प्रमुख डॉ. देवनारायण पाठक, प्रो. विनोद पाण्डे, प्रो. पार्थ सारथी पाण्डे, डॉ. आशीष शिवम्, श्री श्याम सुन्दर मिश्रा, डॉ. हिमांशु शेखर सिंह, डॉ. प्रबुद्ध मिश्रा, डॉ. ममता मिश्रा, डॉ. शिखा खरे, डॉ. रमेश चन्द्र मिश्रा, डॉ. वीरेंद्र मणि त्रिपाठी, डॉ. अरविन्द शुक्ला, डॉ. सव्यसाची, डॉ. मोहम्मद वाकिफ, डॉ. अभिजात ओझा, भूप नारायण शुक्ला, संतोष शुक्ला, संजय शर्मा सहित अनेक शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे। प्रारम्भ में दीप-प्रज्ज्वलन और झण्डारोहण और प्रशिक्षु विद्यार्थियों द्वारा झण्डा गीत का गायन किया गया।

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