खादी मेहनत और स्वाभिमान का प्रतीक- प्रोफेसर कुमार

मुक्त विश्वविद्यालय में मनाया गया खादी महोत्सव
प्रयागराज।
उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज में खादी महोत्सव के अंतर्गत सोमवार को खादी के अधिक से अधिक उपयोग को बढ़ावा दिए जाने के लिए शपथ ली गई तथा इस अवसर पर प्रेरणादाई लघु फिल्म प्रदर्शित की गई। खादी महोत्सव के अंतर्गत 31 अक्टूबर तक खादी वस्त्र के अधिकारिक उपयोग के लिए अधिकारियों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों को प्रेरित किया जा रहा है।
समाज विज्ञान विद्या शाखा के निदेशक एवं कार्यक्रम संयोजक प्रोफेसर एस कुमार ने कहा कि खादी केवल वस्त्र नहीं बल्कि मेहनत और स्वाभिमान का प्रतीक है। आजकल फैशन में भी खादी के कई ब्रांड सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश की खादी पूरी दुनिया को प्रेरित कर रही है। खादी के वस्त्र हर मौसम के लिए आरामदायक हैं। उन्होंने आह्वान किया कि आज युवा पीढ़ी को खादी के दर्शन को समझना चाहिए।
इस अवसर पर कुलसचिव कर्नल विनय कुमार ने खादी के विकास और संवर्धन के लिए शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को साकार करने के लिए लोगों को खादी के उत्पादों के बारे में जागरूक करना चाहिए।
इससे पूर्व खादी महोत्सव की रूपरेखा आयोजन सचिव डॉ आनंदानंद त्रिपाठी ने प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश शासन  के पत्र के अनुपालन में कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह के निर्देश पर विश्वविद्यालय में 27 से 31 अक्टूबर तक खादी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें अधिक से अधिक खादी वस्त्र के उपयोग के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है।
खादी महोत्सव के अंतर्गत आज लोकमान्य तिलक शास्त्रार्थ सभागार में खादी वस्त्र के उत्पादन से लेकर उपयोग पर आधारित प्रेरणादाई लघु फिल्म का प्रसारण किया गया। फिल्म में देश की प्रगति एवं कारीगरों के विकास में खादी की अहम भूमिका सामने आई।
धन्यवाद ज्ञापन डॉ संजय कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रोफेसर पी पी दुबे, प्रोफेसर आशुतोष गुप्ता, प्रोफेसर रुचि बाजपेई, प्रोफेसर विनोद कुमार गुप्ता, प्रोफेसर अजेंद्र कुमार मलिक, प्रोफेसर जय प्रकाश यादव,  डॉ दिनेश सिंह एवं डॉ सतीश चन्द्र जैसल आदि उपस्थित रहे। खादी महोत्सव का समापन 31 अक्टूबर को होगा।

Related posts

Leave a Comment