क्या चौथे टेस्ट में ईशान किशन को मिलेगा मौका?

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का चौथा और आखिरी मुकाबला नौ मार्च से अहमदाबाद में खेला जाएगा। टीम इंडिया सीरीज में 2-1 से आगे है। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए उसे अंतिम मैच में जीत हासिल करनी होगी। अगर भारत हारता है तो उसे न्यूजीलैंड-श्रीलंका सीरीज के नतीजों पर निर्भर रहना पड़ेगा। नरेंद्र मोदी स्टेडियम में होने वाले चौथे टेस्ट से पहले भारतीय टीम प्रबंधन के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि विकेटकीपर के तौर पर केएस भरत को जारी रखा जाए या ईशान किशन को मौका दिया जाए।

पिछले साल दिसंबर में ऋषभ पंत कार दुर्घटना में चोटिल हो गए थे। वह लंबे समय के लिए क्रिकेट से दूर हो गए हैं। उनके स्थान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए केएस भरत और ईशान किशन को चुना गया। किशन को पहली बार टेस्ट टीम में जगह मिली थी। भरत इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के दौरान टीम में थे। उन्हें एक मैच में कुछ देर के लिए विकेटकीपिंग का मौका भी मिला था, लेकिन वह डेब्यू नहीं कर पाए थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में उन्हें डेब्यू का भी मौका मिल गया।सूर्यकुमार के साथ भरत ने किया था डेब्यू
नागपुर में खेले गए पहले टेस्ट में भरत के साथ-साथ सूर्यकुमार यादव को भी प्लेइंग-11 में रखा गया। सूर्या ने पहले टेस्ट में सिर्फ आठ रन बनाए थे। उसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया और श्रेयस अय्यर एकादश में शामिल हो गए। केएस भरत ने भी सूर्यकुमार की तरह रन नहीं बनाए हैं, लेकिन अच्छी विकेटकीपिंग के कारण उन्हें लगातार मौके दिए जा रहे हैं।

भरत का तीन टेस्ट में ऐसा रहा प्रदर्शन
भरत ने नागपुर टेस्ट में आठ रन बनाए। उसके बाद दिल्ली में छह और नाबाद 23 रन की पारी खेली। तीसरा टेस्ट इंदौर में खेला गया। यहां भी भरत फेल रहे। उन्होंने 17 और तीन रन बनाए थे। इस तरह भरत तीन टेस्ट की पांच पारियों में 57 रन बनाए। उनका औसत 14.25 का रहा। उन्होंने छह कैच लिए हैं और एक स्टंप किया है।भरत को करना चाहिए बाहर?
भरत का प्रदर्शन भले ही बल्लेबाजी में खराब रहा हो, लेकिन उन्होंने विकेट के पीछे अच्छा काम किया है। टर्निंग ट्रैक पर उन्होंने अब तक बड़ी गलतियां नहीं की हैं। रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा जैसे दिग्गज गेंदबाजों के सामने विकेटकीपिंग करना आसान नहीं होता। भरत भले ही बल्लेबाजी में अभी तक कमाल नहीं कर सके हैं, लेकिन विकेटकीपिंग से उन्होंने सबका दिल जीता है। इसके अलावा डीआरएस में उनकी सलाह कारगर रही है। रोहित शर्मा को उनके निर्णय पर भरोसा हो रहा है।

ईशान किशन का क्या होगा?
वनडे और टी20 क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले ईशान किशन को बैकअप विकेटकीपर के तौर पर टीम में शामिल किया गया था। भरत के खराब फॉर्म के कारण उन्हें टीम में शामिल करने की चर्चा शुरू हुई। किशन के प्रथम श्रेणी करियर को देखें तो उन्होंने 48 मैचों में 38.76 की औसत से  2985 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से छह शतक और 16 अर्धशतक निकले हैं। उनका उच्चतम स्कोर 273 रन रहा है। किशन का प्रदर्शन प्रथम श्रेणी में तो अच्छा रहा है, लेकिन उन्हें अभी टेस्ट डेब्यू के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। कप्तान रोहित शर्मा एक बार फिर से भरत पर विश्वास जता सकते हैं।

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