कोर ने कैलेंडर वर्ष 2022 में 4856 रूट किलोमीटर का रेल विद्युतीकरण कर रचा नया कीर्तिमान

प्रयागराज।केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन प्रयागराज द्वारा भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना-ब्रॉड गेज रूटों का शत-प्रतिशत विद्युतीकरण के लक्ष्य को मिशन मोड पर आगे बढ़ाते हुए नित नये आयाम गढ़ रहा है। इसी क्रम में इसकी गुवाहाटी परियोजना ने पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के लामडिंग मण्डल के सेंचोवा-सिलघाट टाउन (60.7RKM) खण्ड, चेन्नई परियोजना ने दक्षिण रेलवे के मदुरै मण्डल के तिरुनेलवेली-तिरुच्चेंदूर (61RKM) खण्ड, कोलकाता परियोजना द्वारा पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद मण्डल के सांकी-बरकाकाना (31RKM) खण्ड, बेंगलुरु परियोजना द्वारा दक्षिण पश्चिम रेलवे के केएसआर बेंगलुरु, मैसूर एवं हुबली मण्डल के संपिगे रोड-करडि-अरसीकेरे (62RKM), बीरूर-मसरहल्लि (40RKM) एवं होसपेटे-व्यास कॉलोनी (19RKM) खण्ड, अम्बाला परियोजना द्वारा उत्तर पश्चिम रेलवे एवं उत्तर रेलवे के बीकानेर एवं फ़िरोज़पुर मण्डल के बैनीसर-नापासर-बीकानेर ईस्ट (52.8RKM) एवं जालंधर शहर-लोहियाँ खास (52RKM) खण्ड, सिकंदराबाद परियोजना द्वारा दक्षिण मध्य रेलवे के हजूर साहिब नांदेड़ मण्डल के कोसाई-हिमायतनगर (82RKM) एवं रोटेगाँव-औरंगाबाद (60RKM) रेल खण्ड तथा इसी प्रकार अहमदाबाद परियोजना द्वारा पश्चिम रेलवे के बड़ोदरा  मण्डल के नाडियाद-कपडवंज (45RKM) रेल खण्ड का प्रधान मुख्य विजली इंजीनियर के द्वारा निरीक्षण का कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण करा कर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है बैनीसर-नापासर-बीकानेर ईस्ट रेल खण्ड के विद्युतीकरण के बाद बीकानेर ईस्ट से बीकानेर तक का खण्ड शेष है जिसका शीघ्र विद्युतीकरण कर दिया जायगा। इससे दिल्ली से बीकानेर तक की रेल गाडियाँ पूर्णतः विद्युतीकृत रूट पर चलेंगी। जालंधर शहर-लोहियाँ खास रेल खण्ड पर रेल कोच फैक्ट्री स्थित है। अब विद्युतीकृत रेल मार्ग होने से रेल कोच फैक्ट्री में तैयार रेल डिब्बों को विद्युत इंजन से संचालित किया जा सकेगा। प्रमोद कुमार,महाप्रबंधक/कोर के कुशल निर्देशन में केन्द्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन प्रयागराज ने इस कैलेंडर वर्ष में 4856 रूट किलोमीटर रेल मार्ग का विद्युतीकरण कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है।इसके साथ ही वित्तीय वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही तक कुल 1940 रूट किलोमीटर रेल मार्ग का विद्युतीकरण कर एक नया रिकार्ड स्थापित किया है। इसमें केवल दिसम्बर 2022 में 565 रूट किलोमीटर विद्युतीकरण का कार्य किया गया है। रेल विद्युतीकरण हो जाने से खण्डों की क्षमता में बढ़ोत्तरी होगी। इससे रेल गाड़ियों की गति में तीव्रता एवं आसान कनेक्टिविटी के साथ-साथ क्षेत्र में होने वाले सामाजिक व आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। पर्यावरण के अनुकूल एवं किफायती होने के साथ ही कर्षण परिवर्तन की जरूरत नहीं होगी।  कोर के महाप्रबन्धक  प्रमोद कुमार ने सभी कोर परियोजनाओं की उपलब्धि पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि कोर शत-प्रतिशत विद्युतीकरण करने के लक्ष्य की ओर निरन्तर अग्रसर होकर देश के आर्थिक विकास को गति प्रदान करने में अहम रोल अदा कर रहा है। साथ ही अगली तिमाही में लक्ष्य प्राप्ति हेतु अथक प्रयास करने का आह्वान किया है।

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