नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को भारत और इजराइल के बीच स्वास्थ्य एवं दवा के क्षेत्र में सहयोग करने के बारे में समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने की मंजूरी दे दी। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि इस समझौता ज्ञापन के तहत डॉक्टरों, अन्य स्वास्थ्य पेशेवरों का आदान-प्रदान और प्रशिक्षण, मानव संसाधन विकास व स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं स्थापित करने में सहयोग जैसे क्षेत्रों को शामिल किया गया है। इसमें फार्मास्युटिकल, चिकित्सा उपकरणों और सौंदर्य प्रसाधनों के विनियमन के संबंध में सूचनाओं का आदान-प्रदान भी शामिल है। बयान के मुताबिक इस समझौते में जलवायु संबंधी खतरे के समक्ष नागरिकों के स्वास्थ्य की नाजुकता का आकलन और नियंत्रण एवं अनुकूलन के उद्देश्य से जन-स्वास्थ्य संबंधी कार्रवाइयों के बारे में विशेषज्ञता को साझा करना भी शामिल है। इस समझौते के तहत जलवायु सहनीय अवसंरचना के साथ-साथ ‘ग्रीन हेल्थकेयर’ (विषम जलवायु के अनुरूप अस्पताल) के विकास के लिए सहायता उपलब्ध कराने के लिए विशेषज्ञता को साझा किया जाएगा, विभिन्न प्रासंगिक क्षेत्रों में आपसी अनुसंधान को बढ़ावा दिया जाएगा और सहयोग का अन्य कोई क्षेत्र जिसका परस्पर निर्धारण किया जाए। इस समझौते के तहत प्रत्येक पक्ष दूसरे पक्ष के संबद्ध निकायों द्वारा सहयोग के मुद्दों पर आयोजित किए जाने वाले गोलमेज, सेमिनारों, संगोष्ठियों, कार्यशालाओं और सम्मेलनों में अपने देशों के प्रतिनिधियों की भागीदारी को प्रोत्साहन देगा।
Related posts
-
30 अप्रैल तक पाकिस्तान छोड़ दें भारतीय नागरिक, शहबाज सरकार ने दिया अल्टीमेटम
पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक के बाद, इस्लामाबाद ने पाकिस्तान में सभी भारतीय... -
Pahalgam के दहशतदर्गों का होगा अब इजरायली इलाज, नेतन्याहू ने पीएम मोदी को फोन करके क्या कहा?
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया और जम्मू-कश्मीर... -
रूस ने पूरे यूक्रेन पर कब्जा नहीं कर ‘काफी बड़ी रियायत’ दी है : ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि रूस ने यूक्रेन में युद्ध को समाप्त...