कुवैत ने नमाज पर किया ऐसा ऐलान, सुनकर भारत के मुस्लिम भी चकरा जाएंगे

कुवैत ने नमाज पर किया ऐसा ऐलान, सुनकर भारत के मुस्लिम भी चकरा जाएंगे। मुसलमान ज्यादा नमाज ना पढ़े यह फरमान जारी किया गया है। मुसलमानों के ज्यादा नमाज पढ़ने के खिलाफ एक बड़ा कदम उठाया गया है। इबादत पर पाबंदी लगाने के आदेश दे दिए गए हैं। भारत के मुस्लिम यह खबर देखकर हैरान हो जाएंगे। यह हैरान करने वाला फरमान भारत, रूस, अमेरिका या चीन ने नहीं दिया। यह फैसला तो एक ताकतवर मुस्लिम देश ने सुनाया है। इस देश का नाम कुवैत है। कुवैत सरकार ने मस्जिदों में बढ़ती बिजली खपत और संभावित बिजली संकट को देखते हुए यह बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले के तहत देश की सभी मस्जिदों में नमाज को छोटा करने और बिजली की बर्बादी को रोकने के निर्देश जारी किए गए हैं निर्देश एक मुस्लिम देश ने दिए हैं तो मजाल है कि कोई बुद्धिजीवी या ठेकेदार कुछ बोल दे कुवैत की जनता भी वही करेगी जो सरकार ने कहा है।

कुवैत के इस्लामिक मामलों के मंत्रालय ने इमामों और मुअज्जिनों को देश भर की मस्जिदों में नमाज़ की रस्मों को छोटा करने का निर्देश जारी किया है। यह निर्णय बिजली, जल और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के अनुरोध के बाद लिया गया है और सभी छह गवर्नरेट में मस्जिदों को प्रभावित करने वाली अनुसूचित बिजली कटौती के साथ आता है। 2024 के परिपत्र संख्या 8 के अनुसार, इमामों को ज़ुहर (दोपहर) और अस्र (दोपहर) की नमाज़ों के लिए इक़ामा (प्रार्थना के लिए दूसरी पुकार) की अवधि कम करने और अनावश्यक रूप से लंबी नमाज़ पढ़ने से बचने का निर्देश दिया गया है।हैरान करने वाली बात यह है कि कुवैत मस्जिदों की बिजली खपत से परेशान है तो कुछ हफ्ते पहले एक खबर आई थी कि संभल की मस्जिदों में जमकर बिजली की चोरी और बर्बादी होती है। लेकिन अगर कुवैत जैसा फैसला भारत में ले लिया जाता तो क्या होता। कुवैत बिजली बचा रहा है तो संभल में मस्जिद-मदरसे सालों से बिजली चोरी कर रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार 1400 से ज्यादा बिजली चोरी के मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 16 मस्जिदों, 2 मदरसों पर भी आरोप लगाए गए हैं। अभी तक की रिपोर्ट के मुताबिक संभल के ये मस्जिद और मदरसे करोड़ों की बिजली चोरी कर चुके हैं। संभल के एक मस्जिद में कनेक्शन में कांटा मारकर तो पूरा मोहल्ला मुफ्त की बिजली लूट रहा था।

वैसे आपको बता दें कि मुस्लिम देश जो चाहे वो आदेश दे देते हैं। वहां रहने वाले मुस्लिमों को वो मानना पड़ता है। सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कुवैत, कतर जैसे देशों में सड़क पर नमाज नहीं होती। हाइवे, सड़कों और बिल्डिंग्स के लिए मस्जिदों को शिफ्ट कर दिया जाता है। तजाकिस्तान जैसे देश में तो बुर्के और दाढ़ी पर बैन है। मगर जब बात भारत की आती है तो सारी परेशानियां भी खड़ी हो जाती हैं।

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