श्री राम पग यात्रा 10 राज्य व दो देश भ्रमण करते हुए जायेगी श्रीलंका
प्रयागराज ।
अयोध्या में श्री राम लला के प्राण प्रतिष्ठा होने के उपलक्ष्य में काशी की सनातनी संस्था ब्रह्मराष्ट्र एकम 45 दिवसीय श्री राम पग यात्रा का आयोजन कर रहा है। यह यात्रा 2 फरवरी 2024 से शुरू होकर 17 मार्च 2024 तक चलेगी। वहीं 2 फरवरी को हरी झंडी दिखाकर यात्रा काशी से अयोध्या के लिए रवाना हुई थी। यात्रा श्रृंगवेरपुर से होते हुए प्रयाग पहुंची।
जहां मलाका मुख्य मार्ग पर श्री राम मंदिर पहुंची एवं यात्रियों का भव्य स्वागत किया गया। यात्रा भ्रमण करते हुए लेटे हुए हनुमान मंदिर, त्रिवेणी संगम, लोपशन्करी मंदिर, शंकराचार्य आश्रम, राम जानकी मंदिर, त्रिदेव मंदिर त्रिवेणी बांध दारागंज, भारद्वाज मुनि आश्रम, हनुमान निकेतन भ्रमण की। यात्रा में सैकड़ों रामभक्त व श्रद्धालुगण मौजूद रहे।
यह यात्रा 2 देश, 10 राज्य, 200 स्थान को पूर्ण करते हुए काशी से शुरू होकर अयोध्या के रास्ते होते हुए औलंका तक लगभग पंद्रह हजार किलोमीटर जाएगी। इस संस्था द्वारा अनवरत धार्मिक, सांस्कृतिक व सामाजिक कार्य किए जाते हैं। इस संस्था द्वारा अपने सनातन धर्म के प्रचार प्रसार संग देश की संस्कृति व धरोहर को बचाए रखने के लिए संस्था द्वारा मां गंगा सेवा समिति की मुहिम चला गंगा को स्वच्छ करने का कार्य किया।
प्रति वर्ष काशी के अस्सी घाट पर जून माह में मां गंगा प्राकट्य महोत्सव धूमधाम से आयोजित किया जाता है, प्रति वर्ष अंतरराष्ट्रीय अधिवेशन, नव संवत्सर, दस महाविद्या यज्ञ इत्यादि आयोजन करती है.
अब इसी कड़ी में 22 जनवरी 2024 में अयोध्या में प्रभु श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की खुशी में यह यात्रा भव्य रूप से उत्सव के रूप में निकाली गई। यह यात्रा विशुद्ध रूप से धार्मिक एवं भगवान श्री राम जी के प्रति आस्था और भक्ति का प्रतीक है। इस यात्रा में हजारों की संख्या में भक्तगण शामिल हुए।
यात्रा काशी से शुरू होकर अयोध्या, श्रृंगवेरपुर, प्रयागराज, चित्रकूट, सतना, नागपुर, नासिक, कर्नाटक, लेपाक्षी, तमिलनाडु, मदरे के रास्ते होते हुए श्री लंका तक जाएगी पुनः वापस मदुरै, बैंगलोर, मुंबई, बड़ोदरा, सोमनाथ, अहमदाबाद, जयपुर, नई दिल्ली, मथुरा, आगरा, लखनऊ के रास्ते होते हुए काशी (वाराणसी) में विराम देगी।
इस यात्रा के मुख्य आयोजक डॉ. सचिन सनातनी जी हैं।
इस यात्रा के संकल्प में मुख्य रूप से पूज्य गुरु श्री दिवाकर द्विवेदी एवं लिन्गिया महाराज जी, पं देवेन्द्र नाथ मिश्र, प्रिया मिश्रा, कुशाग्र मिश्र, नवनीत गिरी, अवनीश द्विवेदी, अंब्रिश पांडेय, शैलाजकांत त्रिपाठी, आदित्य लोधी, अजित दुबे, आशीष वर्मा विधायक, अमरेन्द्र मिश्र, रज्जन दुबे, संतोष कश्यप, राजू राजभर, अजय जी समेत सैकड़ो लोग उपस्थित रहें।
यह यात्रा राजनैतिक न होकर स्वायत्त व्यवस्था के अंतर्गत कार्य करती है। इस यात्रा का संकल्प राष्ट्र को एकता अखंडता और समानता के सूत्र में बांधने का प्रयास है। संस्था का उद्देश्य सभी जाति, वर्ग और संप्रदाय के लोगों को एकता के सूत्र में बांधने का सतत प्रयास है। यह यात्रा केवल और केवल प्रभु श्री के प्रति आस्था का प्रतीक है