कायस्थ समाज ने मनाई जयप्रकाश नारायण की जयंती

प्रयागराज। देश में जनशक्ति के महत्व को देश में गांधीजी के बाद जनशक्ति के महत्व को बड़ी पहचान दिलाई लोक नारायण जय प्रकाश जी ने। मतदान व मतदाता को गर्व का एहसास तब हुआ जब अजेय मानी जाने वाली तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी और कांग्रेस सत्ता से बुरी तरह से बेदखल हुई। आज देश को जयप्रकाश नारायण जैसे विचारक, कर्मठ एवं निस्वार्थ भाव से काम करने वाले नेतृत्वकर्ता की आवश्यकता है। यह उद्गार संपूर्ण क्रांति के प्रवर्तक लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की जयंती पर विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने व्यक्त किया।

’अखिल भारतीय महासभा’ के महानगर अध्यक्ष श्री प्रशांत श्रीवास्तव ने कहा कि पहली आजादी गांधी जी ने दिलाई तो दूसरी आजादी जयप्रकाश नारायण जी ने दिलाई अब हमें तीसरे महापुरुष की आवश्यकता है । ’जय चित्रांश कल्याण समिति’ के अध्यक्ष श्री गोविंद खरे ने लोकनायक की तर्ज पर जागरूकता अभियान की आवश्यकता पर बल दिया । ’जय चित्रांश आंदोलन’ के समन्वयक इंजीनियर शिवकृष्ण श्रीवास्तव पप्पू जी ने टीम बनाकर गांव गांव और मोहल्ले मोहल्ले में जयप्रकाश जी के नीतियों के समर्थक जन को संगठित करने का संकल्प लिया।

’कायस्थ पाठशाला’ न्यास की निर्वाचित सदस्य श्रीमती अनीता श्रीवास्तव ने जयंती के अवसर पर समाज का आह्वान किया कि वे देश की समस्याओं को दूर करने में सामाजिक सामंजस्य स्थापित करने का कार्य करें ।

इस अवसर पर ’कमला प्रसाद सोसायटी आफ इंडस्ट्रियल फैमिली’ की अध्यक्ष श्रीमती रतन श्रीवास्तव, पवन श्रीवास्तव, दीपिका श्रीवास्तव, अनुपमा श्रीवास्तव, सुष्मिता जी, पूनम जी ऊषा जी आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को उनके जन्मदिवस की शुभकामनाएं भी दी गईं।

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