कहीं धर्म, तो कहीं जाति का मुद्दा चला, ज्यादातर सीटों पर भाजपा और सपा में सीधी टक्कर

झूठेउ सत्य जाहि बिनु जानें। जिमि भुजंग बिनु रजु पहिचाने।


जेहि जाने जग जाइ हेराई। जागें जथा सपन भ्रम जाई।

अर्थात् ईश्वर को नहीं जानने से झूठ सत्य प्रतीत होता है। बिना पहचाने रस्सी से सांप का भ्रम होता है। लेकिन ईश्वर को जान लेने पर संसार का उसी प्रकार लोप हो जाता है, जैसे जागने पर स्वप्न का भ्रम मिट जाता है।

इसकी हवा…। उसकी हवा…। ये हावी…। वो हावी…। ये समीकरण रंग लाएगा…। वो समीकरण गुल खिलाएगा…। अब तो सारे समीकरण ईवीएम में कैद हो गए। बस दो दिनों का और इंतजार…।  नतीजा सबके सामने होगा। सत्य से साक्षात्कार हो जाएगा, तो सारे भ्रम भी टूट जाएंगे। पता चल जाएगा कि हवा किसकी चली और कौन हवा में उड़ गया। किसके हिस्से रुसवाई आई और किसके हिस्से में मलाई…। किसको जनता ने स्वीकारा और किसको नकारा…। आमजन का फैसला मुकम्मल हो गया। अब देखना दिलचस्प होगा कि जनता के मुकम्मल हुए फैसले से किसको क्या मिलता है।

चुनावी रण के अंतिम द्वार पर पूर्वांचल के 9 जिलों की 54 सीटों पर हुई जंग में अधिकतर पर भाजपा और सपा के बीच ही सीधी टक्कर रही। जबकि कई सीटों पर बसपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों ने भी जोर दिखाया है और प्रतिद्वंद्वी के सामने कड़ी चुनौती देते हुए दिखे। कुछ सीटों पर बसपा और कांग्रेस के प्रत्याशी की मजबूत मौजूदगी के चलते त्रिकोणीय लड़ाई भी हुई है। अंतिम चरण में प्रदेश सरकार में मंत्री रहे नीलकंठ तिवारी, अनिल राजभर, रवीेंद्र जायसवाल, रमाशंकर पटेल, संगीता बलवंत, गिरीशचंद्र यादव के अलावा भाजपा से सपा में आए दारा सिंह चौहान, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर और उनके बेटे अरविंद राजभर को जहां, कड़े संघर्ष से गुजरना पड़ा है, वहीं मतदाताओं की कसौटी और खामोशी ने जरूर मैदान में डटे योद्धाओं के माथे पर बल डाल रखा है। सातवें चरण में भी कहीं जाति का मुद्दा चला तों कहीं धर्म प्रभावी रहा।

गंगा की लहरों के साथ उफान मार रही पुरबिया पट्टी की सियासत में सोमवार को माहौल काफी गर्म रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सरकार के काम और अपने सांसद के प्रति स्नेह को ध्यान में रखकर मतदाता बूथों पर पहुंचे थे। भदोही की ज्ञानपुर सीट पर प्रगतिशील समाज पार्टी के विधायक विजय मिश्र प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों से सीधे मुकाबला करते दिखेे। उधर, जौनपुर की मल्हनी में पूर्व सांसद धनंजय सिंह रेस मंे दमदारी से डटे हैं। चंदौली की सैय्यदराजा में भाजपा के सुशील सिंह और सपा के मनोज सिंह डब्ल्यू के बीच सीधी टक्कर दिखी। मिर्जापुर नगर सीट पर भाजपा के रत्नाकर मिश्र और सपा के कैलाश सोनकर के बीच कड़ा मुकाबला रहा। मऊ में दारा सिंह चौहान, गाजीपुर की जहूराबाद में सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर, मऊ सदर पर माफिया मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास अंसारी, आजमगढ़ की फूलपुर पवई सीट पर पूर्व सांसद रमाकांत यादव भी जनता दरबार से उम्मीद लगाए बैठे हैं। नौ जिलों की ज्यादातर सीटों पर मुसलमान एकजुट होकर सपा के पक्ष में दिखाई दिए। गंगा-गोमती और तमसा किनारे वाले इन जिलों में केंद्र और राज्य सरकार के विकास कार्य, काशी विश्वनाथ मंदिर का भव्य स्वरूप, विंध्याचल धाम और राम मंदिर के साथ ही कानून-व्यवस्था, बेरोजगारी के मुद्दे के साथ ही जातीय समीकरणों के इर्द-गिर्द घूमते नजर आए।

गाजीपुर : ओमप्रकाश को मिली कड़ी चुनौती
इस बार सपा के साथ चुनावी समर उतरे सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर का जहूराबाद सीट पर बसपा की शादाब फातिमा और भाजपा के सजातीय उम्मीदवार कालीचरण राजभर से कड़ा मुकाबला हुआ है। इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखते हुए जीत को लेकर कोई आश्वस्त नहीं दिखा। इसी प्रकार जमानियां सीट पर भाजपा विधायक सुनीता सिंह और सपा के पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह के बीच कांटे का टक्कर रहा। जबकि मुहम्मदाबाद में भी भाजपा की अलका राय और सपा के मन्नू अंसारी के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। जिले की अन्य सीटों पर भी भाजपा और सपा के बीच आमने-सामने की टक्कर हुई।

आजमगढ़ : सपा को गढ़ में मिली कड़ी चुनौती
2017 में आजमगढ़ की 10 सीटों में से 5 पर जीत हासिल करने वाली सपा को इस बार अपने गढ़ में कई सीटों पर कड़ी चुनौती मिलती दिखी। जिले की फुलपुर पवई सीट पर सपा प्रत्याशी पूर्व सांसद रमाकांत यादव से भाजपा के रामसूरत राजभर का सीधा मुकाबला है। मुस्लिम बहुल मुबारक सीट पर एआईएमआईएम की मौजूदगी ने मुकाबला त्रिकोणीय कर दिया है। यहां सपा के अखिलेश यादव, बसपा के अब्दुस्सलाम और एआईएमआईएम के शाह आलम के बीच कड़ा संघर्ष हुआ है। आजमगढ़ सदर सीट पर आठ बार विधायक रहे और सपा सरकार में मंत्री रहे दुर्गा प्रसाद यादव को भाजपा प्रत्याशी अखिलेश मिश्रा ने कड़ी टक्कर दी है। सगड़ी विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला हुआ। यहां भाजपा की वंदना सिंह, सपा के डॉ. एचएन पटेल और बसपा के शंकर यादव के बीच कड़ी टक्कर है। जबकि मेहनगर, अतरौलिया, गोपालपुर, निजामाबाद, दीदारगंज और लालगंज में भी सपा और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला।

वाराणसी : हर सीट पर अपने समीकरण
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी जिले की कुल आठ सीटों पर सपा, कांग्रेस और बसपा के प्रत्याशियों ने भाजपा के दावेदारों से कड़ा मुकाबला किया। पिंडरा विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले में भाजपा प्रत्याशी डॉ. अवधेश सिंह, पूर्व विधायक अजय राय और बसपा के बाबूलाल पटेल के बीच कड़ा संघर्ष देखने को मिला। वहीं, सेवापुरी में भाजपा के नीलरतन पटेल और सपा के सुरेंद्र सिंह पटेल के बीच कांटे की लड़ाई रही। जबकि रोहनिया में अपना दल (एस) के सुनील पटेल, सपा गठबंधन के अभय पटेल के बीच लड़ाई दिखी। शिवपुर में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर की राह रोकने के लिए सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर के बेटे अरविंद राजभर और बसपा के रवि मौर्या जूझते नजर आए। अजगरा में पूर्व विधायक टी राम और सुभासपा के सुनील सोनकर के बीच भी सीधी टक्कर रही। उत्तरी में भाजपा के रविंद्र जायसवाल और सपा के अशफाक अहमद में तगड़ी भिड़ंत रही, जबकि शहर दक्षिणी में मंत्री व भाजपा के प्रत्याशी नीलकंठ तिवारी को सपा के कामेश्वर नाथ दीक्षित (कामेश) ने खूब छकाया। दोनों के बीच कांटे की लड़ाई दिखी। वहीं, कैंट सीट पर भी मुख्य मुकाबला भाजपा के सौरभ श्रीवास्तव और पूर्व सांसद कांग्रेस प्रत्याशी राजेश मिश्रा ही लड़ते दिखे।

मिर्जापुर, भदोही : हर सीट पर अलग समीकरण
मिर्जापुर की पांच सीटों पर भाजपा और सपा गठबंधन के बीच कड़ा संघर्ष दिखा। ऊर्जा राज्यमंत्री रहे रमाशंकर सिंह पटेल, सपा के रवींद्र बहादुर सिंह पटेल और अपना दल कमेरावादी के अवधेश सिंह पटेल के बीच त्रिकोणीय लड़ाई दिखी। शहर सीट पर रत्नाकर मिश्रा और पूर्व मंत्री कैलाश चौरसिया के बीच रोमांचक मुकाबला है। मझवा में निषाद पार्टी के विनोद कुमार बिंद और सपा के रोहित शुक्ला के बीच सीधा मुकाबला हुआ है। छानबे में अपना दल एस के राहुल प्रकाश के खिलाफ सपा की महिला प्रत्याशी ने लड़ाई को कठिन कर दिया है। भदोही जिलेे की तीन सीटों में ज्ञानपुर में बाहुबली विधायक विजय मिश्र प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों से सीधा मुकाबला है। यहां निषाद पार्टी के विपुल दुबे और सपा के राम किशोर बिंद मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहे हैं। भदोही सीट पर भाजपा के रविंद्रनाथ त्रिपाठी और सपा के जाहिद बेग के बीच मुकाबला दिखा। जबकि औराई सीट पर भाजपा के दीनानाथ भाष्कर और सपा की अंजनी सरोज के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली है।

चंदौली : कहीं सीधी टक्कर, तो कहीं त्रिकोणीय
चंदौली जिले की चार विधानसभा सीटों पर सकलडीहा सीट हमेशा से सपा, बसपा और अन्य दलों के लिए ही मुफीद रही है। सकलडीहा सीट पर भाजपा के सूर्यमुनि तिवारी और सपा के प्रभु नारायण यादव के बीच मुकाबला है। जबकि सैयदराजा में भाजपा के सुशील सिंह और सपा ने पूर्व विधायक मनोज सिंह के बीच सीधी लड़ाई नजर आई। मुगलसराय में त्रिकोणीय मुकाबले की तस्वीर दिखी है। यहां भाजपा से रमेश जायसवाल, सपा से चंद्रशेखर यादव और बसपा के इरशाद बबलू के बीच मतदाता बंटे हुए दिखाई दिए। चकिया सीट पर भाजपा के कैलाश खरवार की सीधी टक्कर सपा के जितेंद्र कुमार से रही।

जौनपुर : ज्यादातर सीटों पर भाजपा-सपा में ही लड़ाई
जौनपुर जिले की ज्यादातर सीटों पर भाजपा और सपा के बीच लड़ाई दिखी। मल्हनी सीट पर पूर्व सांसद धनंजय सिंह और सपा के लकी यादव और बदलापुर सीट पर भाजपा के रमेश चंद्र मिश्रा और सपा के ओम प्रकाश दुबे ‘बाबा’ के बीच सीधी टक्कर देखने को मिली। वहीं,  शाहगंज में सपा के  विधायक व पूर्व राज्यमंत्री शैलेंद्र यादव ललई और निषाद पार्टी के रमेश चंद्र सिंह के बीच टक्कर हुई है। जफराबाद में सुभासपा से पूर्व मंत्री जगदीश नारायण राय और भाजपा विधायक डॉ. हरेंद्र प्रसाद में कांटे का मुकाबला हुआ है। मड़ियाहूं में त्रिकोणीय मुकाबला रहा। सपा से सुषमा पटेल, अपना दल एस के डाॅ. आरके पटेल और बसपा के आनंद दुबे के बीच लड़ाई रही। मछलीशहर में भाजपा से मेहीलाल गौतम और सपा से डॉ. रागिनी सोनकर के बीच कड़ा मुकाबला हुआ है। केराकत में भाजपा से दिनेश चौधरी, सपा से    पूर्व सांसद तुफानी सरोज और बसपा      प्रत्याशी डॉ. लाल बहादुर सिद्धार्थ में      त्रिकोणीय मुकाबला रहा।

मऊ : चारों सीटों पर त्रिकोणीय संघर्ष
मऊ की चारों सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबले की तस्वीर बनी है। मऊ सदर में सुभासपा प्रत्याशी अब्बास अंसारी, भाजपा के अशोक सिंह और बसपा के भीम राजभर के बीच जंग हुई। मधुबन में सपा उमेश पांडेय, भाजपा के राम विलास पासवान और बसपा की नीलम कुशवाहा के बीच मतदाता बंटे रहे। मोहम्मदाबाद गोहना में भाजपा की पूनम सरोज, सपा के राजेंद्र कुमार और बसपा के धर्म सिंह गौतम के बीच खींचतान है। घोसी में पूर्व कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान से भाजपा के विजय राजभर और बसपा के वसीम इकबाल के बीच लड़ाई है।

सोनभद्र : सभी सीटों पर दिलचस्प मुकाबला
सपा और बसपा की मजबूत पकड़ वाली सोनांचल की चारों सीटों पर लड़ाई आमने-सामने की है। राबर्ट्सगंज सीट पर भाजपा विधायक भूपेश चौबे और सपा के अनिल कुशवाहा के बीच लड़ाई दिखी। इसमें बसपा प्रत्याशी अविनाश शुक्ला के प्रदर्शन पर काफी हद तक परिणाम तय होगा। घोरावल में सपा के रमेश दूबे और भाजपा के अनिल मौर्या आमने-सामने दिखे। ओबरा में राज्यमंत्री संजीव सिंह गोंड के खिलाफ सपा के अरविंद गोंड मतदाताओं के बीच पैठ बनाते नजर आए। दुद्धी में बसपा के हरिराम चेरो और सपा के विजय सिंह गोंड के बीच कड़ा मुकाबला है।

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