इस बार करवाचौथ के व्रत को लेकर कुछ सुहागिन महिलाओं के सामने दुविधा खड़ी हो गई है।करवा चौथ का त्योहार रविवार को है। इसी दिन प्रदेशभर में पीसीएस-प्री परीक्षा भी है। ऐसे में सुहागिन महिलाएं करवा चौथ व्रत की परंपराओंं का पालन करते हुए पहले पीसीएस अधिकारी बनने के लिए निर्जला व्रत रखने के साथ ही वह परीक्षा में शामिल होंगी। दूर-दराज के जनपदों में केंद्र बनने के कारण महिलाएं अपने पतियों को साथ लेकर जाएंगी। परीक्षा के बाद घर लौटने में देरी हो जाने पर रास्ते में ही उनको देखकर अपना उपवास तोड़ेंगी।24 अक्टूबर को पीसीएस-2021 की प्रारंभिक परीक्षा है। जिसको शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने जनपदभर में 34 केंद्र बनाए हैं। चार जोन व 11 सेक्टर में जिले को बांटा है। दोनों पालियों में परीक्षा होगी और उसमें 16,320 अभ्यथीर् शामिल होंगे। पहली पहली पाली 9:30 से 11:30 बजे तक चलेगी जबकि, दूसरी पाली 2:30 से शाम 4:30 बजे तक रहेगी। इस परीक्षा में तमाम सुहागिन महिलाएं भी भाग लेंगी। जिनके परीक्षा केंद्र दूर के जनपदों में बने हैं।
इसी दिन करवाचौथ का त्योहार है। जिसको लेकर महिलाएं परेशान हैं। मुहल्ला छंगा दरवाजा की रहने वाली रेखा गांधी बताती हैं कि वह दूसरी बार पीसीएस के एग्जाम में बैठेंगी। सेंटर जनपद में ही है। निर्जला ही व्रत रखेंगी। पति के साथ परीक्षा देने जाएंगी और शाम को घर आकर व्रत खोलेंगी। आवास विकास कालोनी निवासी अंकिता का सेंटर सहारनपुर गया है। वह तीसरी बार परीक्षा देंगी।
बताती हैं कि व्रत भी रखना है और परीक्षा भी देनी है। परीक्षा देकर लौटने में अगर देर हो जाएगी तो पति के साथ ही रास्ते में कहीं रुक कर उपवास तोड़ेंंगी। इसके लिए सभी सामग्री साथ में लेकर जाऊंगी। गजरौला नाईपुरा निवासी मीनाक्षी का सेंटर बरेली है। वह पति के संग ही परीक्षा देने जा रही हैं। उपवास दिनभर रखेंगी। समय से घर आने का प्रयास करेंगी।