प्रयागराज । कनफेडरेशन ऑफ सेंट्रल गवर्नमेंट एम्पलाइज एंड वर्कर्स के आवाहन पर ए0जी0ऑफिस के गेट पर लंच अवकाश में अपनी सात सूत्री माँगों के समर्थन में एक जूट होकर धरना/प्रदर्शन किया। सी० ओ० सी० के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चंद्र पांडेय ने सभा की अध्यक्षता किया। श्री सुभाष चंद्र पांडेय ने सात सूत्री माँगों के विषय में विस्तार पूर्वक बताया। श्री पांडेय ने पुरानी पेंशन योजना की बहाली और आठवें वेतन आयोग की तुरंत घोषणा करने की माँग वर्तमान सरकार से किया। श्री पांडेय ने वरिष्ठ नागरिकों की छीनी गई सभी सुविधाओं को अविलंब बहाल करने की भी माँग की। उन्होंने कहा निजीकरण एक अभिशाप है, बढ़ती मंगाई और बेरोज़गारी की भी आलोचना किया।
सभा के अंत में में सात सूत्री माँगों का एक ज्ञापन श्री सुभाष चंद्र पांडेय के द्वारा पढ़ा गया जिसको सभी कर्मचारियों ने हाथ उठाकर करके सर्वसम्मति से पास किया। और उस ज्ञापन को कैबिनेट सेक्रेटरी भारत सरकार नई दिल्ली एवं फाइनेंस सेक्रेटरी मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस नई दिल्ली को ईमेल के द्वारा भेजा गया।
कनफेडरेशन ऑफ सेंट्रल गवर्नमेंट एम्पलाइज एंड वर्कर्स के सहायक सचिव सुनील कुमार सोनकर ने कहा कि नए लड़कों को पुरानी पेंशन के लिए आगे आना होगा ऑल इण्डिया ऑडिट एंड अकाउंट्स एसोसिएशन एडिशनल सेक्रेटरी जनरल प्रमोद कुमार मिश्र ने कहा कि सरकार को पुरानी पेंशन सहित हमारी सातों माँगों को अविलंब मान लेना चाहिए। यदि सरकार नहीं मानती है तो भविष्य में पूरे देश में आंदोलन की रूप रेखा तैयार की जाएगी।
प्रमुख मांग इस प्रकार है।
1. आठवां वेतन आयोग का गठन किया जाय।
2. पी एफ आर डी ए बिल रद्द कर पुरानी पेंशन बहाली एवं न्यू पेंशन स्कीम को समाप्त किया जाए।
3. सालों से कार्यरत संविदा कर्मियों को नियमित करने
4. खाली पड़े पदों को पक्की भरती की जाए
5. 18 महीने के बकाया डी ए का भुगतान किया जाय ।
6. ट्रेड यूनियन एवं लोकतांत्रिक अधिकारों का निरंतर किया जा रहे हमलों पर रोक लगाई जाए।
7. मृतक आश्रित कोटे में 5 प्रतिशत की सीलिंग को समाप्त किया जाए।
सभा में प्रमुख रूप से सी० ओ० सी० उत्तर प्रदेश के नेता प्रमोद कुमार राय, आर० एम० स० एवं पेंशनर्स के नेता नरोत्तम त्रिपाठी, यूपी पोस्टल कोआपरेटिव के निदेशक राजेश कुमार वर्मा,निरंजन राय, मयंक दूबे, प्रखर श्रीवास्तव, तरुण बनर्जी, विजय श्रीवास्तव, सलिल श्रीवास्तव, इंद्रेश कुमार, लाल चंद्र, ज्ञान चंद्र, राकेश आदि लोग उपस्थित थे।