प्रयागराज । करनाईपुर,क्षेत्र के सारीपट्टी कटरा गांव में रामलीला मंचन के तीसरे दिन पात्रों द्वारा मंचन के दौरान सीता जी ने शिव जी के धनुष को घर की सफाई के दौरान पिनाक धनुष को उठाकर दूसरे स्थान पर रख दिया था जिसे देख राजा जनक ने प्रतिज्ञा किया कि जो भी पिनाक धनुष को उठायेगा उसी के साथ सीता जी का विवाह करुंगा । जिस पर राजा जनक सीता स्वयम्बर का आयोजन किया जिसमें देश विदेश के राजा आये ओर किसी ने भी धनुश को हिला तक नही पायें । जिस पर जनक ने कहा सायद पृथ्वी वीरों से खाली है । तब विश्वामित्र ने राम कि ओर इशारा करते हुये शिव धनुष को उठाने का आदेश दिया । राम ने उक्त धनुष को जैसे ही उठाया धनुष खण्डित हो गया । और सीता जी ने राम के गले में वर माला डाला । जिसे देख दर्शक भावुक हो गये । उक्त रामलीला में विजयकान्त,अभिशेक यादव, मनमोहित यादव, जयप्रकाष केसरवानी, मदन मोहन, आशीष, गिरिजाशंकर, उदयराज आदि ।
कटरा रामलीला में धनुष भंग की हुई आकर्षक प्रस्तुति
