ओम नमः शिवाय महाकुंभ में प्रतिदिन 25 लाख श्रद्धालुओं को खिलाएगा खाना

श्रद्धालुओं की सेवा के लिए मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में लगेंगे पांच हजार  स्वयंसेवक
श्रद्धालुओं  को कुर्सी – मेज पर  बैठा कर खिलाया जाएगा खाना
 मार्डन मशीनों से बनेगा खाना, सब्जियां, रोटी, पूड़ी,पुलाव बनेगा
कोई भी श्रद्धालु बिना खाना खाए नहीं जाएगा मेला क्षेत्र से : पूज्य गुरुदेव
 प्रयागराज। माघ मेला , अर्धकुंभ मेला और महाकुंभ मेला के दौरान 50 वर्ष से मेला क्षेत्र में सबसे विशाल अन्न क्षेत्र चलाने वाली प्रमुख संस्था ओम नमः शिवाय महाकुंभ मेला- 2025 की तैयारियां व्यापक स्तर पर शुरू कर दिया है। संस्था की ओर से मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में प्रतिदिन (दिन -रात) 25 लाख श्रद्धालुओं को खाना खिलाया जाएगा इसके लिए देश के कोने-कोने से 5,000 स्वयंसेवक आ रहे हैं जो महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में रहकर करोड़ों श्रद्धालुओं को प्रेम से दिन – रात खाना खिलाएंगे।
पूज्य गुरुदेव ने बताया कि खाने में  कचौड़ी, पूडी, पुलाव , तहरी, रोटी, दाल, चावल, इडली, डोसा, खीर, बूंदी, गुलाब जामुन सहित अन्य खाद्य सामग्रियां हाईटेक मशीनों से बनेगी।
ओम नमः शिवाय संस्था के प्रमुख पूज्य गुरुदेव ने बताया कि संस्था की ओर से करीब 50 वर्ष से माघ मेला, अर्ध कुंभ मेला और  कुंभ मेला के दौरान मेला क्षेत्र के दर्जन भर स्थानों पर दो माह तक विशाल क्षेत्र चलता है जिसमें लाखों श्रद्धालु  परिवार सहित शिविर और चौराहो पर प्रसाद ग्रहण करते है। उन्होंने बताया कि इस बार महा कुंभ मेले की व्यापक स्तर पर तैयारियां अभी से शुरू हो गई है । इस बार महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में और प्रमुख चौराहों पर दिन – रात अन्न क्षेत्र चलाया जाएगा। पूरी कोशिश  की जा रही है कि आम स्नान के दिन में कम से कम 25 लाख श्रद्धालुओं को खाना खिलाया जाएगा जबकि मुख्य स्नान पर्व मकर संक्रांति, माघी पूर्णिमा,  मौनी अमावस्या और महाशिवरात्रि पर 50 लाख से एक करोड़ लोगों स्नानार्थियों को खाना खिलाने की व्यापक स्तर पर तैयारियां चल रही है।  इसके लिए गेहूं ,चावल, दाल, आलू सहित अन्य सामग्रियों का व्यापक स्तर पर संग्रहण किया जा रहा है । उन्होंने बताया कि कुंभ मेले के दौरान स्नानार्थियों / श्रद्धालुओं को मेज और कुर्सी पर बैठा कर खाना खिलाया जाएगा जिससे कि उनको परेशानी ना होनै पाये। पूज्य प्रभु जी ने बताया कि सब्जी काटने,  आटा गूंथने,  पूडी – कचौडी बनाने सहित अन्य मशीन से होगा जो  खरीदी जा रही हैं।  चावल बनाने और दाल बनाने की मशीन आ गयी हैं। रोटी बनाने की दो दर्जन मशीन खरीदी गयी है। एक मशीन एक  घंटे में 6000 रोटी बनाएंगी। कम समय में पर्याप्त रोटी और पूडी-कचौड़ी मशीन से बन सकेगी।  उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं को खाने में पूडी, सब्जी ,कचौड़ी, दाल मखानी, पुलाव , दाल,  चावल, खिचड़ी, तहरी, डोसा – इडली, रसगुल्ला, खीर सहित अन्य खाद्य सामग्री दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि दिन में रोटी, सब्जी, दाल, चावल, मखानी, मिक्स वेज ,रसगुल्ला, डोसा श्रद्धालुओं को खाने के लिए दिया जायेगा जबकि रात के खाने में  पूरडी, सब्जी, पुलाव,तहरी, खिचडी सहित अन्य खाना खिलाया जायेगा।
पूज्य गुरुदेव ने बताया कि मेला क्षेत्र में संस्था का मुख्य शिविर नागवासुकी मंदिर के पास रहेगा जबकि मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में वही खाना बनेगा और शिविरों के अलावा मेला क्षेत्र के सभी चौराहों, माघ मेला प्रशासन, एसएसपी कार्यालय सहित अन्य विभागों के कार्यालय के सामने भी दिन -रात अन्न क्षेत्र चलाया जाएगा। गुरुदेव ने बताया कि महाकुंभ मेला में आने वाले  श्रद्धालुओं, विभागीय कर्मचारियों और  पुलिस जवानों को खाने के लिए कोई परेशानी ना होने पाए इसके लिए दिन – रात विशाल अन्नक्षेत्र मेला शुरू होने से लेकर खत्म होने तक चलता रहेगा। पूज्य गुरुदेव ने बताया कि कोविड-2020 और 2021 के दौरान प्रयागराज, कानपुर, लखनऊ  और अयोध्या में पूरे कोविड के दौरान  दिन-रात विशाल अन्य क्षेत्र कई दर्जन स्थानों पर चलता रहा।
उन्होंने बताया कि प्रयागराज, कानपुर, लखनऊ और अयोध्या में दूसरे से प्रदेश से आने वाले लाखों श्रमिकों को नाश्ता, खाना, पानी की बोतल सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई थी। उन्होंने बताया कि कोटा, राजस्थान से आने वाले लाखों प्रतियोगी छात्रों को भी नाश्ता, खाना, बोतलबंद पानी सहित अन्य सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। इतना ही नहीं जरूरतमंद लोग जो फोन करते थे कि उनको खाने के लिए परेशानी हो रही है ऐसे हजारों लोगों के घर भी खाना पहुंचाया गया है। कहा कि अन्न से मानव की सेवा करना है। पूज्य गुरुदेव ने लखनऊ में महाकुंभ के मेलाधिकारी विजय किरन आनंद से मिलकर महाकुंभ के सभी सेक्टरों में व्यापक स्तर पर चलाएं जाने वाले अन्नक्षेत्र के तैयारियों पर विस्तार से चर्चा किया। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने सभी प्रकार के सहयोग का आश्वासन दिया है।

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