प्रयागराज ! आल इंडिया पीपुल्स फोरम व नागरिक समाज का प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर लोकतांत्रिक अधिकारो पर कुठाराघात करने को लेकर सरदार पटेल संस्थान अलोपीबाग मे आयोजित विचार गोष्ठी मे पूर्व आई ए एस कन्नन गोपीनाथन को एअरपोर्ट से ही वापस दिल्ली वापस भेजने की आलोचना किया। गोष्ठी स्थल पर प्रशासन द्वारा की गई घटना के विरुद्ध सर्व सम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। जिसमे सर्व प्रथम कन्नन गोपीनाथन पूर्व आई ए एस को एअरपोर्ट पर रोकने वाले अधिकारी को प्रयागराज की आम जनता व कार्यक्रम के आयोजको से माफी मागनी चाहिए, तिरंगा यात्रा की सुरक्षा की तरह सी ए ए, एनआरसी, एन पी आर के विरोध मे लोकतांत्रिक तरीके से चल रहे आंदोलन को सुरक्षा प्रदान की जाय, तथा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक कार्यक्रम मे व्यवधान डालने का क्रिया कलाप बंद किया जाय, अनावश्यक रूप से धारा 144 के नाम पर आंन्दोलनकारी महिला-पुरुष पर एफआईआर करना बंद किया जाए, और दर्ज एफआईआर तत्काल वापस लिए जाय, प्रयागराज मे ऐसी घटना का पुर्नावृत्ति न हो प्रशासन यह सुनिश्चित करे, कन्नन गोपीनाथन को बोलने से रोका जाना इलाहाबाद की गंगा जमुनी तहजीब के खिलाफ है, इलाहाबाद मे एक दशक मे कभी-कभार भी यह सुनने को नही मिला कि किसी को बोलने से रोका गया हो, जबकि कन्नन गोपीनाथन खुलकर बोलने के लिए ही आई ए एस जैसी नौकरी से त्यागपत्र दिये है,प्रतिनिधि मंडल मे मुख्य रूप से पूर्व विधायक श्री अनुग्रह नारायण सिंह, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुभाष पान्डेय पूर्व सभासद शिव सेवक सिंह, पूर्व सभासद गंगा पासवान,डा कमल उसरी, राम सागर, ॠशेश्वर उपाध्याय, विनोद तिवारी,ओम प्रकाश पाल, अनिल वर्मा, अखिल विकल्प, अंन्नू सिह, आनंद मालवीय, तारिक अनवर, आरिफ सिद्दकी, राजन पांडेय, अविनाश मिश्र, भूपेंद्र पांडेय, सहित प्रयागराज के वरिष्ठ नागरिक शामिल रहे है,
प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व ओ डी सिंह ने किया।