प्रयागराज। माघ मेला के तृतीय एंव सबसे मुख्य स्नान पर्व मौनी अमावस्या के एक दिन पूर्व से ही श्रद्धालुओं/स्नानार्थियों के संगम आने का सिलसिला प्रारम्भ हो गया है प्रातः काल से ही श्रद्धालुओं/स्नानार्थियों ने त्रिविणी की पवित्र धारा में आस्था की डुबकी लगाकर मेला क्षेत्र का लुफ्त उठाया। उनके सुगम आवागमन व सुरक्षित संगम स्नान के लिये पुलिस प्रशासन द्वारा समुचित प्रबन्ध किया गया है। इस हेतु सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर पुलिस के विभिन्न टीमों के जवान व्यवस्थापित किये गये हैं। श्रद्धालुओं/स्नानार्थियों के सुरक्षित स्नान सम्पन्न कराने हेतु घाटों/जल में लगे हुये जल पुलिस, एस0डी0आर0एफ0/फ्लड कम्पनी के जवानों व गोताखोरों के द्वारा सर्तकता बरती जा रही है। सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में सीसीटीवी व ड्रोन कैमरों के माध्यम से चप्पे चप्पे की निगरानी की जा रही है। मेले मे आने वाले श्रद्धालुओं/स्नानार्थियों को आवागमन में कोई असुविधा न हो इस हेतु मेला क्षेत्र में ही 06 स्थानों पर पार्किग की समुचित व्यवस्था की गयी है तथा यह प्रयास किया गया है कि संगम स्नान हेतु आने वालों को स्नान घाट तक न्यूनतम पैदल चलना पड़े। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक माघ मेला डा0 राजीव नारायण मिश्र लगातार मेला क्षेत्र में रहकर सभी व्यवस्थाये सुनिश्चित करा रहे हैं। माघ मेला के महापर्व मौनी अमावस्या को लेकर श्रद्धालुओं/स्नानार्थियों में धर्म आस्था के प्रति काफी उत्साह देखने को पाया जा रहा है। मेला क्षेत्र में दिन ढलने के साथ ही श्रद्धालुओं/स्नानार्थियों की भीड़ निरन्तर बढ़ती जा रही है।
वर्तमान में ‘कोविड-19’ के संक्रमण के दृष्टिगत सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में ‘कोविड-19 गाइडलाइन्स’ के अनुपालन हेतु मास्क/मुखारण न धारण करने वाले व्यक्तियों की चेकिंग की गई तथा 214 लोगों का चालान उ0प्र0 कोविड-19 (द्वतीय संशोधन) नियमावली की धारा 15(3) के तहत किया गया तथा मौके पर ही शमन शुल्क वसूल किया गया।