एशिया कप को लेकर रमीजा राजा ने फिर दी धमकी

अगले साल पाकिस्तान में होने वाले एशिया कप को लेकर पीसीबी के चेयरमैन रमीज राजा के बयान रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। रमीज राजा मेजबानी और भारत के खेलने पर लगातार कुछ न कुछ बोल रहे हैं। अब उन्होंने कहा कि अगर उनसे मेजबानी छीनी जाती है तो पाकिस्तान की टीम टूर्नामेंट में नहीं खेलेगी। एक हफ्ते पहले उन्होंने कहा था कि अगर भारत एशिया कप के लिए हमारे यहां नहीं आता है तो हम वनडे विश्व कप के लिए उनके यहां नहीं जाएंगे।

रमीज राजा ने रावलपिंडी में पाकिस्तान-इंग्लैंड टेस्ट से इतर कहा, “ऐसा नहीं है कि हमारे पास मेजबानी के अधिकार नहीं हैं और हम इसकी मेजबानी करने की अपील कर रहे हैं। हमने निष्पक्ष अधिकार जीते हैं। अगर भारत नहीं आता है, तो वे नहीं आएं। अगर पाकिस्तान से एशिया कप छीन लिया जाता है, तो शायद हम बाहर हो जाएंगे।”

मैं जानता हूं भारत नहीं आएगा: रमीज राजा
रमीज राजा ने कहा, ”हमने दिखाया है कि हम बड़ी टीमों की मेजबानी कर सकते हैं। मैं द्विपक्षीय क्रिकेट से संबंधित मुद्दों को समझ सकता हूं, लेकिन एशिया कप एक बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट है। एशियाई देशों के लिए लगभग विश्व कप जितना बड़ा है। अगर मेजबानी हमसे वापस ही लेनी थी तो हमें क्यों दी गई? फिर भारत के पाकिस्तान दौरे के लेकर तरह-तरह के बयान क्यों दिए गए? मैं स्वीकार करता हूं कि भारत नहीं आएगा क्योंकि सरकार उन्हें आने की अनुमति नहीं देगी, लेकिन इस आधार पर मेजबानी तो नहीं छीनी जा सकती।”

जय शाह के बयान के बाद बढ़ा मामला
दरअसल, एशिया कप 2023 पहले पाकिस्तान में होना था। हालांकि, एशियन क्रिकेट काउंसिल के चेयरमैन जय शाह ने कहा था कि इसे न्यूट्रल जगह पर कराया जाएगा। उन्होंने कहा था कि इसे यूएई भी शिफ्ट किया जा सकता है।

जय शाह ने कहा- एशिया कप 2023 न्यूट्रल वेन्यू पर खेला जाएगा। भारत सरकार हमारी टीम के पाकिस्तान जाने की अनुमति पर फैसला करती है, इसलिए हम उस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे, लेकिन 2023 एशिया कप के लिए यह तय किया गया है कि टूर्नामेंट एक न्यूट्रल वेन्यू पर आयोजित किया जाएगा। जय शाह के इस बयान के बाद पाकिस्तान में खलबली मच गई थी।

भारतीय टीम 14 साल से पाकिस्तान नहीं गई
भारतीय टीम पिछली बार 2008 में पाकिस्तान गई थी। वहीं, पाकिस्तानी टीम 2016 में भारत की जमीन पर टी20 विश्व कप में खेलने आई थी। तनावपूर्ण राजनीतिक संबंधों के कारण पाकिस्तान के 2012-13 में सफेद गेंद की सीरीज के लिए भारत का दौरा करने के बाद से दोनों देशों के बीच कोई द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं हुआ है। दोनों केवल एसीसी और आईसीसी आयोजनों में एक-दूसरे से खेली हैं।

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