हमारे ऋषि-मुनियों ने अपने विभिन्न आविष्कारों से मानव जाति को बेहतर बनाने में योगदान दिया है-महापौर
प्रयागराज। मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद प्रयागराज के एमपी हाल में तीन दिवसीय ” यूथ सम्मिट उद्भव udbhav 2023 स्टार्टअप और इनोवेशन” कार्यक्रम का आगाज़ संस्थान के निदेशक प्रोफेसर आर एस वर्मा, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गणेश केसरवानी महापौर प्रयागराज, विशिष्ट अतिथि डॉक्टर शिखा दरबारी आयकर आयुक्त प्रयागराज, तथा प्रोफेसर अनिमेष ओझा अध्यक्ष इंस्टिट्यूट इन्नोवेशन काउंसिल एमएनआईटी इलाहाबाद ने दीप प्रज्वलित करके किया ।
संस्थान के निदेशक प्रोफेसर आरएस वर्मा ने आए हुए प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए मुख्य अतिथि गणेश केसरवानी को पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया और कहा कि आई आई सी द्वारा आयोजित तीन दिवसीय यूथ सम्मिट उद्धव 2023 स्टार्टअप एवं इनोवेशन कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उन महत्वाकांक्षी उद्यमियों के लिए एक सुनहरा अवसर है जो अपना स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं और अपने क्रांतिकारी विचारों से समाज में बदलाव लाना चाहते हैं इसके बाद नव आयोजित कार्यक्रम उद्धव की पहल की सराहना करते हुए संस्थान के छात्र एवं छात्राओं को उद्भव में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया ।
इसके बाद कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गणेश केसरवानी महापौर प्रयागराज ने आए हुए प्रतिभागियों का स्वागत करते हुवे कहा की हमारे ऋषि-मुनियों ने अपने विभिन्न आविष्कारों से मानव जाति को बेहतर बनाने में योगदान दिया है। उन्होंने भारत में दिन-ब-दिन बढ़ रही डिजिटल तकनीकों की प्रशंसा करते हुवे कहां की भारत को विकसित देश बनाने की जिम्मेदारी निभाएं युवा। भारत को विकसित देश बनाने की जिम्मेदारी युवाओं पर है अनुसंधान ,नवाचारों के बल पर वह यह काम कर सकते हैं वेदों से स्पष्ट है कि भारत विज्ञान में कितना आगे था । पर कुछ इतिहासकारों ने भारत की छवि को खराब करने के लिए इतिहास में छेड़छाड़ की हमारी संस्कृति और परंपरा गर्व करने वाली है। भारत का योग आज विश्व में पहचाना जा रहा है जब दुनिया युद्ध में उलझी है भारत निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर है। उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए यह सुनहरा मौका है जो उद्यमशीलता में रुचि रखते हैं देश का विकास युवाओं के कंधों पर है, आप लोग नौकरी देने वाला बनिए लेने वाला नहीं ।
इसके बाद कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि डॉक्टर शिखा दरबारी मुख्य आयकर आयुक्त ने कहा, लोगों को जो धार्मिक प्रथा है कि अवशेष उत्पाद विभिन्न अपशिष्ट पदार्थों को प्रवाहित करने की धार्मिक मानसिकता होती है। इसलिए, छात्रों को नवीनता के साथ आगे आना चाहिए। इस समस्या से निपटने के लिए भी इनोवेशन की आवश्यकता है।
आईआईसी के अध्यक्ष प्रोफेसर अनिमेष ओझा ने सभी को उनके भरपूर समय और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कार्यक्रम यूडीबीएचएवी यानी नवाचार, आविष्कार और उद्यमिता के बारे में विस्तार से बताया जो व्यवसाय को बढ़ाने के लिए नवाचारों और डिजाइन के माध्यम से क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है।
उक्त कार्यक्रम में डॉक्टर अनुभव रावत, छात्र समन्वयक सजल कुमार, आदित्य जैन, स्तुति जैन, अंशिका पटनायक के साथ संस्थान के अधिकारी कर्मचारी एवं भारी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद थे ।