एक माह बाद एसएसपी के आदेश पर दर्ज हुआ पीड़ित महिला का मुकदमा

प्रयागराज। एक माहपूर्व घर में घुसकर महिला से हुई मारपीट का मुकदमा नवाबगंज थाने की पुलिस ने एसएसपी के आदेश पर रविवार की देर रात दर्ज किया। जिससे थाने में तैनात पुलिस कर्मचारियों की मंशा की पोल खुल गई। जबकि योगी सरकार की प्राथमिकता है कि पीड़ित जो भी उसका मुकदमा तत्काल दर्ज किया जाए।
उक्त जानकारी नवाबगंज के जान बख्श का पूरा कमलापुर गांव निवासी माधुरी देवी पत्नी अरविन्द कुमार ने सोमवार की शाम हिन्दुस्थान समाचार के संवाददाता से बताया कि 8 जनवरी 2020 की कूड़ा फेंकने को लेकर हुए विवाद के दौरान पड़ोसी राम सजीवन एवं उनके परिवार के सोनू उर्फ वीरेन्द्र , अमित, आरती एवं कंचन ने घर में घुसकर मारपीट कर घायल कर दिया था। इस दौरान दूसरे पक्ष को भी चोंटे आई थी। पुलिस ने दोनों पक्ष को डाक्टरी मुआएने के लिए अस्पताल भेज दिया। नवाबगंज थाने की पुलिस ने एक पक्ष की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया। लेकिन दूसरे पक्ष की तहरीर पर मुकदमा नहीं दर्ज किया। मारपीट के दौरान घायल महिला माधुरी देवी की तहरीर लेकर ठंडे बस्ते में डाल लिया। पीड़िता आए दिन थाने का चक्कर काटती रही लेकिन उसका एक माहतक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया।
पीड़िता थकहारकर न्याय पाने के लिए 9 फरवरी को मेडिकल रिपोर्ट लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरूद्ध पंकज से मिली। पीड़िता की हालत देखते ही एसएसपी ने तत्काल थानाध्यक्ष नवाबगंज को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। जिसके बाद जागी नवाबगंज थाने की पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर एक माह बाद रविवार को उक्त आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और मामले की जांच शुरू कर दी है। इस सम्बन्ध में थानेदार ने कहा कि मेरे संज्ञान में ऐसा मामला नहीं है। यदि एफआईआर की कापी आप के पास है तो सही होगा।

सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे थानेदार
जनपद में तैनात कुछ थानेदार जनता की पीड़ा को सुनने में हीला हवाली कर रहें है। इसके पीछे चाहे जो भी कारण हो। थानों से आए दिन ऐसी शिकायते मिल रही है कि पुलिस थानों पर पहुंचने वाले पीड़ितों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते है। जिसके चलते पीड़ित कप्तान के कार्यालय का चक्कर लगा रहें है।

Related posts

Leave a Comment