के. राशि कुमार ने लगातार तीसरे साल बढ़ाया संगमनगरी का मान
प्रयागराज। रेडियो की जानी-पहचानी आवाज और लेखिका के. राशि बदलिया कुमार ने लगातार तीसरे साल संगमनगरी का मान बढ़ाया है। एसोसिएशन फॉर इंटरनेशनल ब्रॉडकास्टिंग (एआईबी) लंदन ने उन्हें फिर अपने प्रतिष्ठित पुरस्कारों के चयनकर्ताओं में शामिल किया है। खास बात यह कि दुनिया भर से 41 चयनकर्ताओं में शामिल भारत की तीन शख्सियत में एक नाम राशि का भी है। दक्षिण एशिया और भारत से चुनी गई दो महिला चयनकर्ताओं में से एक राशि इससे पहले 2020 और 2021 में भी इन प्रतिष्ठित पुरस्कारों के लिए चयनकर्ता रह चुकी हैं। यह संस्था हर साल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पत्रकारिता, टीवी, रेडियो, ऑडियो और डिजिटल प्रोडक्शन के क्षेत्र में पुरस्कार देती है। जिनके लिए दुनियाभर के मीडियाकर्मी और संस्थाएं आवेदन करती हैं। ये पुरस्कार नवंबर में लंदन में आयोजित समारोह में प्रदान किए जाएंगे। 2020 और 2021 में भी एआईबी की चयनकर्ताओं की सूची में राशि भारत से अकेली महिला थीं। उनके सिटिजन जर्नलिज्म के कार्य को काफी सराहा गया है। सिविल लाइंस की रहने वाली राशि ने बताया कि इन प्रतिष्ठित पुरस्कारों के चयनकर्ता के रूप में लगातार तीसरे साल चुना जाना मेरे लिए काफी सम्मान की बात है। खुशी है कि मेरे कार्य को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल रही है। इससे समाज के प्रति मेरी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। रेडियो और शिक्षण के क्षेत्र में ढाई दशक से सक्रिय राशि को कई पुरस्कार मिल चुके हैं।
1997 में आकाशवाणी से अपना कॅरियर शुरू करने वाली राशि के नाम 1800 से अधिक लाइव रेडियो शो की मेजबानी का रिकॉर्ड है। राशि उत्तर प्रदेश के पहले एफएम रेडियो एआईआर एफएम रेनबो लखनऊ की पहली आवाज हैं जिसकी शुरुआत 20 अगस्त 2000 में हुई थी। 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें एक लाख रुपये पुरस्कार राशि वाले रानी लक्ष्मीबाई सम्मान से नवाजा था। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज में रेडियो जर्नलिज्म एंड प्रोफेशनल प्रैक्टिसेस की शिक्षिका राशि दो प्राइवेट एफएम रेडियो चैनल की कार्यक्रम प्रमुख रह चुकी हैं। उनकी एक पुस्तक ‘ए गिफ्ट’, काव्य संग्रह ‘माय एटिक’ और लघु कहानियों का संग्रह ‘पैंडोरा’ प्रकाशित हो चुका है जबकि चौथी पुस्तक ‘टू जीरो वन’ अक्टूबर में बिक्री के लिए उपलब्ध होगा। सिटिजन जर्नलिस्ट के रूप में 2016 से अब तक विभिन्न सामाजिक, शैक्षिक, धार्मिक, मानवीय और सांस्कृतिक पहलुओं पर केंद्रित यू-ट्यूब पर उनके नाम से 850 से अधिक वीडियो और ऑडियो स्टोरी उपलब्ध है।