प्रयागराज । उत्तर मध्य रेलवे ने वर्ष 2022-23 में दिनाँक 13 मार्च 2023 तक लगभग ₹ 354 करोड़ की आय रेलवे भूमि के उपयोग के द्वारा अर्जित की है। जोकि उत्तर मध्य रेलवे के अस्तित्व में आने के पश्चात सबसे अधिक आय है। पिछले 20 वर्षों में जब से उत्तर मध्य रेलवे अस्तित्व में आया है तब से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन वर्ष 2016-17 में ₹ 111 करोड़ की आय अर्जित की थी। अतः इस वर्ष द्वारा की गई अर्जित आय वर्ष 2016-17 की आय से तीन गुना से भी ज्यादा है। वर्ष 2022-23 में की गई अर्जित आय की तुलना में पिछले वर्ष मात्र ₹ 42 करोड़ 78 लाख की ही धन रेलवे भूमि के द्वारा अर्जित की गई थी।
इस वर्ष अप्रत्याशित वृद्धि के लिए महाप्रबंधक सतीश कुमार के द्वारा की गई मासिक बैठकों के तहत जारी किये गये दिशानिर्देशों तथा उत्तर मध्य रेलवे/मुख्यालय में मुख्य इंजीनियर/सामान्य के अथक प्रयास तथा उनके द्वारा जारी किये दिशानिर्देशों के अनुपालन में मण्डल रेल प्रबंधक, प्रयागराज, झाँसी एवं आगरा के द्वारा विशेष रूचि लेते हुए कार्यान्वित हो पायी। मुख्य इंजीनियर/सामान्य के प्रयास से कानपुर मेट्रो के Land Crossing के permission से मिलने वाली fee से लगभग ₹ 235 करोड़ की आय अर्जित हुई।
रेलवे अपनी खाली पड़ी भूमि को प्राईवेट पार्टी तथा PSU कम्पनियों को लैण्ड लिजिंग लाईसेसिंग फीस के तहत धन अर्जित करती है। इसके अतिरिक्त Way leave की अनुमति तथा मेट्रो रेल को रेलवे भूमि से Crossing में मिलने वाली फीस से भी धन अर्जित करती है। विगत 10 वर्षों का आँकड़ा नीचे दर्शाया गया है।