प्रयागराज। सुबेदारगंज स्थित उत्तर मध्य रेलवे प्रधान कार्यालय प्रयागराज में राष्ट्र का 76 वां स्वतंत्रता दिवस समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ महाप्रबंधक प्रमोद कुमार द्वारा ध्वजारोहण के साथ हुआ। इस अवसर पर कार्यक्रम के दौरान महाप्रबंधक ने रेलवे सुरक्षा बल, भारत स्काउट एवं गाइड तथा सेंट जॉन एम्बूलेन्स ब्रिगेड की परेड का निरीक्षण किया। महाप्रबंधक ने उल्लेखनीय कार्य करने वाले रेल कर्मियों को पुरस्कृत भी किया। पुरस्कृत कर्मचारियों में बिनय कुमार सिंह- यातायात निरीक्षक / योजना, आर. के. पटेल – एसएसई / सिंगनल, राजीव कुमार सिंह- एसएसई, नरेंद्र कुमार- सहायक / सिगनल, अर्जुन पटेल- सहायक लोको पायलट, भंवर सिंह मीना – एसएसई, कन्हैया- टेक्नीशियन-iii, शिव सिंह मीना– कीमैन, सुरेश चंद्र– ब्लैक स्मिथ, शिव शंकर सिंह– कांस्टेबल, कुलदीप त्रिपाठी– लोको पायलट/मेल, आर. के. पचौरी– लोको पायलट/मेल, रवि शंकर– कनिष्ठ इंजी./रेलपथ, कमलेश कुमार- ट्रैकमैन-IV, संजय कुमार सिंह- लोको पायलट / मालगाड़ी, दीवान सिंह- गेटमैन, धर्मेंद्र पाण्डेय -मुख्य वाणिज्य निरीक्षक, वेद प्रकाश- टेक्नीशियन-1, सुभाष चंद मीना – एसएसई, हीरा लाल- संचालन निरीक्षक, मनोज मीना- एसएसई, , देवेन्द्र प्रताप सिंह- – संचालन निरीक्षक, संजय कुमार अस्थाना- कार्यकारी अभियंता/ टीएमसी, ऋषि प्रकाश- सहायक मंडल यांत्रिकइंजीनियर / टूण्डला, दिनेश कुमार त्यागी-लोको पायलट / मेल, डॉ. संजय कुमार- वरिष्ठ मंडल चिकित्सा अधिकारी, राहुल यादव-उप निरीक्षक/ कानपुर सेंट्रल शामिल थे। इसी क्रम में आज़ादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के सफल आयोजन में योगदान करने वाले रेल कर्मियों को भी सम्मानित किया गया। इसके तहत रागिनी सिंह-जनसंपर्क अधिकारी, प्रीति कुमारी- मुख्य कर्मचारी एवं कल्याण निरीक्षक, अमित कुमार सिंह-जनसंपर्क अधिकारी, वी.के. द्विवेदी-स्टेशन निदेशक, रविन्द्र सिंह-वरिष्ठ खण्ड अभियंता / पावर सप्लाई, सुरेन्द्र कुमार श्रीवास-मुख्य कर्मचारी एवं कल्याण निरीक्षक, रजनीश कुमार श्रीवास्तव-ट्रेन मैनेजर (मेल / पैसेंजर), श्रीमती शशि व्यास-डीओसी / गाईड, भारत स्काउट व गाईड, प्रवीण कुमार-मुख्य कर्मचारी एवं कल्याण निरीक्षक, शंभु कुमार-वरिष्ठ खण्ड अभियंता / टेली, लाखन सिंह मीना-सहायक / कार्य को सम्मानित किया गया।
इस दौरान महाप्रबंधक एवं अध्यक्षा, उत्तर मध्य रेलवे महिला कल्याण संगठन श्रीमती पूनम कुमार ने रेल हेल्पलाइन 139 के संदेश के साथ तिरंगे गुब्बारे हवा में छोड़े । इस अवसर पर हुए रंगारंग सास्कृतिक कार्यक्रम में, चंचल गुप्ता का भरतनाट्यम, पूर्णिमा के निर्देशन में समूह नृत्य ‘वंदे मातरम’, सुश्री मंजू जोशी के निर्देशन में स्कॉउट एवं गाइड द्वारा दो समूह नृत्य, रंजीत और संदीप का देश भक्ति गीत ‘है प्रीत जहां की रीत सदा’, श्रीमती बीना सिंह के निर्देशन में समूह नृत्य एवं ऐक्ट, आदि की प्रस्तुति ने उपस्थित जनसमूह का मनमोह लिया।
स्वतंत्रता दिवस संदेश में महाप्रबंधक ने उत्तर मध्य रेलवे के सभी कर्मचारियों,जवानों, पर्यवेक्
महाप्रबंधक का उदबोधन निम्नवत है:-
“अपने गौरवशाली राष्ट्र की आजादी के अमृत महोत्सव के पावन अवसर पर मैं पूरे उत्तर मध्य रेलवे परिवार को हार्दिक बधाई देता हूँ। हम सबके लिए यह अत्यधिक गौरव और सौभाग्य की बात है कि हमारा जन्म स्वतंत्र भारत में हुआ है। इस गरिमामय अवसर पर हम देश की उन महान विभूतियों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने देश की आजादी के लिए अथक संघर्ष किया और अप्रतिम बलिदान दिया। यह उन्हीं महापुरुषों की देन है कि आज हम स्वतंत्रता के प्रतीक अपने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को बड़े गर्व से फहरा रहे हैं। आइए, इस पुनीत अवसर पर हम राष्ट्र की एकता, अखंडता एवं उसकी समृद्धि के लिए अपने आपको पुन: समर्पित करें।
भारतीय रेल राष्ट्र की जीवन रेखा है और उत्तर मध्य रेलवे इसके विशाल नेटवर्क में मेरुदंड की भूमिका निभाती है। हमारी रेलवे, देश के उत्तरी भाग को दक्षिणी, पूर्वी तथा पश्चिमी भागों से जोड़कर राष्ट्र की एकता को सुदृढ़ बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। उत्तर मध्य रेलवे अपने सम्मानित यात्रियों को 792 मेल/एक्सप्रेस और 184 पैसेंजर गाड़ियों के माध्यम से अपनी सेवा प्रदान कर रही है। इसके अतिरिक्त, हम प्रतिदिन औसतन 600 से अधिक मालगाड़ियों के माध्यम से कोयला, खाद्यान्न और तेल जैसी महत्वपूर्ण वस्तुओं सहित अन्य सामग्रियों का परिवहन कर राष्ट्र की अर्थव्यवस्था में अपना योगदान कर रहें हैं।
हमारे कर्मठ और कर्तव्यनिष्ठ कर्मचारियों और अधिकारियों की टीम ने कोविड महामारी के कारण हुई मुश्किलों के बावजूद कार्य के सभी क्षेत्रों में बेहतरीन उपलब्धियाँ हासिल की तथा कई मदों में अब तक के सभी रिकॉर्डों को पीछे छोड़ा है। वर्ष 2021-22 के दौरान उत्तर मध्य रेलवे ने माल ढुलाई के क्षेत्र में अपनी सार्थक पहल के फलस्वरूप अब तक का सर्वोत्कृट लदान करते हुए कुल 18.87 मिलियन टन माल लदान किया। इस दौरान जावक लदान से 1923.18 करोड़ रुपए के राजस्व का अर्जन किया गया है, जो उत्तर मध्य रेलवे के गठन से लेकर अब तक के किसी भी वित्त वर्ष का सर्वश्रेष्ठ मूल माल लदान राजस्व है। हमने यात्री राजस्व में 127 प्रतिशत और पार्सल एवं लगेज यातायात के राजस्व में 88 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि भी हासिल की थी। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए पिछले वर्ष की तुलना में वर्तमान वर्ष की पहली तिमाही तक सकल मूल अर्जन में 69.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसी तरह पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष की पहली तिमाही में यात्रियों से हुई आय में 158.12 प्रतिशत, टिकट जाँच से होने वाले अर्जन में 642.6 प्रतिशत तथा मूल मालभाडा अर्जन में भी 20.54 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हासिल की गई है। स्क्रैप की बिक्री से पिछले वर्ष अब तक का सर्वश्रेष्ठ अर्जन करते हुए 276.87 करोड़ रुपए का अर्जन किया गया और इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए वर्तमान वर्ष में 46.57 करोड़ रुपए के राजस्व का अर्जन किया गया है, जो रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित 40 करोड़ रुपए के आनुपातिक लक्ष्य से काफी अधिक है।
पिछले वर्ष कोविड के कारण गाड़ियों को रद्द कर दिया गया था, जिनका संचालन पुन: शुरू कर दिया गया है।
हम अपने ग्राहकों को बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराने हेतु निरंतर प्रयत्नशील हैं। वर्तमान वर्ष के दौरान 4 नई गाड़ियों का संचालन शुरू किया गया है। यात्रियों की सुविधा के लिए विभिन्न स्टेशनों पर गाड़ियों के स्टापेज दिए गए हैं। गर्मी के मौसम, त्योहारों और मेला आदि के दौरान यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ के सुचारु आवागमन के लिए हमने इस वर्ष अप्रैल से जून के दौरान 289 स्पेशल गाड़ियाँ चलार्इं एवं कई गाड़ियों के फेरे बढ़ाए हैं। हमने इस वर्ष अप्रैल में पुरानी रेक वाली 3 पैसेंजर गाड़ियों को मेमू गाड़ी में परिवर्तित किया है। इससे यात्रियों को तीव्र सेवा एवं बेहतर सुविधा प्राप्त होगी। वर्तमान वर्ष में अब तक 94 गाड़ियों की गति में वृद्धि कर उनकी अधिकतम गति को 130 किलोमीटर प्रतिघंटा कर दिया गया है। अब हमारी कुल 520 गाड़ियाँ 130 किलोमीटर प्रति घंटा या इससे अधिक की अनुमत गति से परिचालित की जा रही हैं। इसके फलस्वरूप जहाँ एक ओर समयपालन में सुधार होगा, वहीं दूसरी ओर हमारे सम्मानित यात्रियों के कीमती समय की भी बचत होगी। उत्तर मध्य रेलवे द्वारा 160 किलोमीटर प्रति घंटा की अधिकतम गति से चलने वाली भारतीय रेल की तीव्रतम ट्रेन गतिमान एक्सप्रेस और 104 किलोमीटर प्रति घंटा की अधिकतम औसत गति से चलने वाली ट्रेन वंदेभारत का संचालन किया जा रहा है। कोविड के कारण गाड़ियों में लिनेन और पर्दों की सुविधा बंद कर दी गई थी। इन सुविधाओं को दो माह की अल्प अवधि में ही पूरे उत्तर मध्य रेलवे में फिर से शुरू कर दिया गया है।
यात्रियों की सुविधा के लिए, उत्तर मध्य रेलवे में 43 स्वचालित सीढ़ियाँ और 30 लिफ्ट लगाए गए हैं। इस वित्त वर्ष के दौरान हम 10 और स्वचालित सीढ़ियाँ तथा 7 और लिफ्ट लगाने जा रहे हैं। 8 स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म शेड लगाए गए हैं, 4 स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म की ऊँचाई बढ़ाने के कार्य पूरे कर लिए गए हैं तथा 6 स्टेशनों पर ऊपरी पैदल पुल का निर्माण किया गया है।
अपने स्टेशनों पर विश्वस्तरीय सुविधाएं देने के उद्देश्य से उत्तर मध्य रेलवे के 9 स्टेशनों पर स्टेशन पुनर्विकास के कार्य किए जा रहे हैं। आगामी दो से तीन वर्षों में ये कार्य पूर्ण हो जाएंगे और इन अत्याधुनिक सुविधाओं का उपयोग कर हमारे सम्मानित यात्री सुखद एवं स्मरणीय यात्रा का अनुभव कर सकेंगे।
बुनियादी संरचना की अपनी सीमित क्षमता के बावजूद उत्तर मध्य रेलवे, भारतीय रेल के कुल यातायात के 10 प्रतिशत हिस्से का परिवहन करती है, जबकि इसके पास भारतीय रेल की केवल 5 प्रतिशत परिसंपत्तियाँ हैं। इन परिस्थितियों में भी हम अपनी टीम के असाधारण प्रयासों के फलस्वरूप बड़े पैमाने पर अपने क्षमता-विस्तार की दिशा में अग्रसर हैं। उत्तर मध्य रेलवे में आधारभूत संरचना के विस्तार के लिए 58204 करोड़ रुपए की लागत के कुल 2089 कार्य प्रगति पर हैं। वर्ष 2021-22 के दौरान कुल 51.2 किलोमीटर दोहरीकरण, 71.89 किलोमीटर तीसरी लाइन एवं 28.04 किलोमीटर चौथी लाइन के निर्माण कार्य पूर्ण किए गए। पिछले वर्ष अब तक की अधिकतम 108 किलोमीटर की ऑटोमेटिक सिगनलिंग की गई। इसके अतिरिक्त 37 स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग की गई, जो अब तक किसी एक वर्ष में की गई सबसे अधिक स्टेशनों की इंटरलॉकिंग है।
हमारे 98 प्रतिशत ब्राडगेज नेटवर्क का विद्युतीकरण किया जा चुका है। गत वर्ष कुल 439 रूट किलोमीटर का विद्युतीकरण कार्य पूरा किया गया तथा इस वर्ष शेष 76 किलोमीटर का कार्य शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा, जिसके पश्चात हमारा जोन पूरी तरह से विद्युतीकृत जोन हो जाएगा, जिससे हम गाड़ियों का निर्बाध एवं ऊर्जा की दृष्टि से किफायती परिचालन कर सकेंगे।
वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान भाऊपुर-पनकी चौथी लाइन, ग्वालियर-बानमोर तीसरी लाइन, बिजरौठा-ललितपुर तीसरी लाइन तथा पामां-भीमसेन के बीच दूसरी लाइन चालू करने के साथ कुल 78 किलोमीटर की कमीशनिंग की जा चुकी है तथा वर्तमान वर्ष में कुल 369.2 किलोमीटर लाइनों की स्थापना का लक्ष्य पूरा करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। इस वर्ष हमने लगभग 46 किलोमीटर रूट पर ऑटोमेटिक सिगनल प्रणाली चालू की है और पूरे वित्त वर्ष में कुल 250 किलोमीटर रेल मार्ग पर ऑटोमेटिक सिगनल प्रणाली लगाने का लक्ष्य निर्धारित है। हाल ही में दादरी यार्ड की रिमाडलिंग को चालू कर दिया गया है, जिससे यह यार्ड दोनों डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोरों को भारतीय रेल के ट्रंक रूट से कनेक्ट करने वाला महत्वपूर्ण जंक्शन बन गया है। गाड़ियों की गतिशीलता बढ़ाने की दृष्टि से विभिन्न सेक्शनों की गति सीमा में वृद्धि की गई है, जिनमें परौना-एरच रोड, मोठ-नंदखास, झाँसी-बीना सेक्शन की तीसरी लाइन आदि सेक्शन शामिल हैं।
गाड़ियों का संरक्षित संचालन हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। गाड़ी परिचालन में संरक्षा और विश्वसनीयता में वृद्धि करने के लिए वर्ष 2022-23 के दौरान 7 स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग चालू की गई। सभी स्तरों पर गहन निगरानी सुनिश्चित कर अनुरक्षण से संबंधित इनपुट बढ़ाए जा रहे हैं। इस वित्त वर्ष में जून, 2022 तक हमने 49 सेट थ्रू टर्नआउटों का नवीनीकरण किया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 45 प्रतिशत अधिक है। इस वित्त वर्ष के दौरान हमने 77 प्रतिशत अधिक सीटीआर तथा 96 प्रतिशत अधिक टीएसआर और टीआरआर की प्रगति हासिल की है। इस वर्ष की पहली तिमाही में 3 पुलों का नवीनीकरण किया गया है। वर्ष 2022-23 के दौरान हमने 2 ब्लॉक सेक्शनों में बीपीएसी, 9 ब्लॉक सेक्शनों में यूएफएसबीआई और 412 ट्रैक सेक्शनों में ड्यूअल डिटेक्शन को चालू किया है। आग से सुरक्षा की प्रणाली को सुदृढ़ बनाने के लिए 33 स्टेशनों पर फायर अलार्म सिस्टम लगाए गए हैं।
समपारों पर भी संरक्षा पूरी प्राथमिकता के साथ सुनिश्चित की जा रही है। वर्ष 2021-22 में कुल 8 ऊपरी सड़क पुल तथा 46 निचले सुड़क पुल बनाए गए और 66 समपार फाटकों को बंद किया गया। इसी क्रम में वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान हमने 3 ऊपरी सड़क पुल तथा 3 निचले सुड़क पुल का निर्माण किया है और 15 समपार फाटकों को बंद कर दिया है। इस वित्त वर्ष में एक-एक समपार फाटक पर इंटरलॉकिंग, बिजली संचालित लिफ्टिंग बैरियर और स्लाइडिंग बूम लगाए गए हैं। दूर-दराज के क्षेत्रों तक जागरूकता संदेश के प्रचार-प्रसार के लिए हमने मोबाइल वीडियो वैन सहित विभिन्न प्रचार माध्यमों द्वारा व्यापक जन जागरूकता अभियान भी चलाया है।
गाड़ियों के परिचालन में सटीक संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, परिचालन में सुधार तथा इस हेतु अपने कर्मचारियों की कुशलता में वृद्धि के लिए उत्तर मध्य रेलवे नवीनतम एवं अत्याधुनिक तकनीकी उपकरणों को अपनाने में निरंतर अग्रणी रही है। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए हमने एमडीडीटीआई, कानपुर में तीन फेज वाला एक इलेक्ट्रिक लोको सिमुलेटर चालू किया है। इसी प्रकार झाँसी क्रू लॉबी में एक यार्ड सिमुलेटर कियोस्क चालू किया गया है।
यात्रियों की सुरक्षा भी हमारी अहम जिम्मेदारी है। हमारे रेल सुरक्षा बल की टीम द्वारा बच्चों को बचाने के लिए ऑपरेशन ‘नन्हे फरिश्ते’, अवैध मादक पदार्थों के व्यापार की रोकथाम के लिए ऑपरेशन ‘नारकोस’, यात्रियों से संबंधित अपराधों के खिलाफ कार्रवाई के लिए ऑपरेशन ‘यात्री सुरक्षा’, खोई हुई वस्तुओं की बरामदगी के लिए ऑपरेशन ‘अमानत’, रेल संपत्तियों की सुरक्षा के लिए ऑपरेशन ‘रेल सुरक्षा’ और टिकटों की काला बाजारी पर अंकुश लगाने के लिए ऑपरेशन ‘उपलब्ध’ जैसे विभिन्न अभियान चलाए गए हैं। उत्तर मध्य रेलवे में तैनात सुरक्षा कर्मियों ने इन अभियानों के तहत निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अपनी उत्कृष्ट कार्य क्षमता का प्रदर्शन किया है तथा पूरे जोन में सुरक्षा और संरक्षा का वातावरण सुनिश्चित करने के लिए ये ड्यूटी पर पूरी तरह मुस्तैद हैं।
स्वच्छ और हरित रेलवे के प्रति हमारी सदैव ही दृढ़ एवं अविचल प्रतिबद्धता रही है। उत्तर मध्य रेलवे के रेल मार्गों के व्यापक विद्युतीकरण के बाद हमने 16 यात्री ट्रेनों का विद्युत ट्रैक्शन के द्वारा परिचालन शुरू किया है, जिससे इस वित्त वर्ष में डीजल की खपत में 85 करोड़ रुपए की बचत हुई है। चालू वित्त वर्ष के दौरान ३-फेज वाले विद्युत इंजनों में बिजली रिजेनरेट कर तथा परिचालित न होने पर डीजल इंजनों को बंद करके हमने 53 करोड़ रुपए के रेल राजस्व की बचत की है। इस वर्ष विद्युत लोको शेड, कानपुर में 34 (WAG-9 HC) के 3-फेज वाले नए इंजनों को भी कमीशन किया गया है। वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के दौरान, हमने उत्तर मध्य रेलवे में स्थापित सौर ऊर्जा संयंत्रों का उपयोग करके अब तक के सर्वाधिक 1.56 करोड़ रुपए के रेल राजस्व की बचत की है और 3200 मीट्रिक टन कार्बन उत्सर्जन की रोकथाम की है। अपनी सौर ऊर्जा क्षमता को और अधिक बढ़ाने के लिए इस वित्त वर्ष के दौरान 1.5 मेगावाट की अतिरिक्त क्षमता वाले सौर ऊर्जा संयंत्र चालू किए जाएंगे तथा 6 और रेलवे स्टेशनों पर भी सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए जाएंगे। आगरा कैंट में ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट (एसीडब्ल्यूपी) लगाया गया है, इससे पानी की खपत में बचत होगी। सूबेदारगंज, कानपुर और ग्वालियर स्टेशनों पर भी यह संयंत्र लगाया जाएगा। कानपुर में इसे लगाने का कार्य प्रगति पर है और लगभग पूरा होने वाला है। हमने गाड़ियों में यात्रियों की सुविधा के लिए अपने टिकट चेकिंग स्टाफ को हैंड हेल्ड टर्मिनल भी उपलब्ध कराए हैं। हैंड हेल्ड टर्मिनल के उपयोग द्वारा न केवल कार्यक्षमता में सुधार हो रहा है और यात्रियों की सुविधा में वृद्धि हुई है, बल्कि पेपरलेस कामकाज की ओर भी कदम आगे बढ़े हैं। हाल ही में ई-निरीक्षण पोर्टल को अपग्रेड किया गया है। इसके उपयोग से अनुपालन कार्रवाई में गतिशीलता आएगी। विभागीय कार्यप्रणाली में पारदर्शिता को बढ़ाने की दृष्टि से इस वर्ष हमारे सतर्कता विभाग द्वारा कई प्रणाली सुधार जारी किए गए हैं।
मानव संसाधन किसी भी संगठन की अमूल्य निधि होता है। इस वर्ष उत्तर मध्य रेलवे के 6 अधिकारियों एवं कर्मचारियों को उत्कृष्ट कार्य निष्पादन हेतु माननीय रेल मंत्री जी द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया। जोनल स्तर पर 173 अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित किया गया है। अपने सतर्क रेल कर्मियों के उत्साह वर्धन हेतु हमने प्रत्येक माह संरक्षा पुरस्कार प्रदान करने की योजना प्रारंभ की है, जिसके अंतर्गत अब तक माह के सर्वश्रेष्ठ रेल कर्मी पुरस्कार से सम्मानित 10 कर्मचारियों सहित कुल 50 रेल कर्मियों को पुरस्कृत किया जा चुका है।
अपने कर्मचारियों को सशक्त बनाने और उनमें विश्वास की भावना को मजबूत करने के लिए इस वित्त वर्ष के दौरान निराकरण सेल के माध्यम से 761 शिकायतों का निपटारा किया गया, जो कुल प्राप्त मामलों का 91.36 प्रतिशत है। इसके अतिरिक्त अनुकंपा आधार पर 195 नियुक्तियाँ की गर्इं हैं। सामान्य सेवानिवृत्ति के अलावा सेटलमेंट के 102 अन्य मामलों का भी, प्राथमिकता के आधार पर निबटान किया गया। वर्ष के दौरान हमें विभिन्न कैटेगरी के 708 उम्मीदवारों के पैनल भी प्राप्त हुए हैं। जोन में खेलों को बढ़ावा देने के लिए इस वित्त वर्ष के दौरान 24 खिलाड़ियों की भी नियुक्ति की गई।
अपने समर्पित कर्मचारियों के बीच एक स्वस्थ जीवन शैली विकसित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उत्तर मध्य रेलवे के कार्यालयों, कालोनियों और स्टेशनों पर योग शिविर का आयोजन किया गया। हमने अपने चिकित्सा केंद्रों पर कोविड टीकाकरण का कार्य निरंतर जारी रखा है और अब इसकी बूस्टर खुराक भी दी जा रही है। वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान हमारे विशेषज्ञ सर्जनों द्वारा 15 स्पेशल और 937 बड़े इन हाउस ऑपरेशन किए गए। इससे न केवल लाभार्थियों को राहत मिली है, बल्कि रेल राजस्व की भी बचत हुई है। हमारे चिकित्सा विभाग द्वारा यात्रा के दौरान बीमार यात्रियों की, तत्परता के साथ मदद की गई और 5155 यात्रियों का प्राथमिक उपचार किया गया।
उत्तर मध्य रेलवे के खिलाड़ी और सांस्कृतिक टीम के कलाकार अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से देश का गौरव बढ़ाते रहे हैं। इस अवसर पर मैं हाल ही में बर्मिंघम में संपन्न राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक विजेता महिला हॉकी टीम की सदस्य गुरजीत और निशा एवं अतंर्राष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंटों में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली पूनम और एकता को बधाई देता हूँ। बर्लिन में आयोजित विश्व रेलवे क्रॉस कंट्री चैंपियनशिप में रजत पदक विजेता छवि यादव को भी मैं हार्दिक बधाई देता हूँ। विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में विशिष्ट प्रदर्शन करने वाले अपने अन्य खिलाड़ियों को भी मैं बधाई देता हूँ। आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में आजादी की रेलगाड़ी और स्टेशन के कार्यक्रम में हमारी संस्कृति के महत्व और रेलवे के योगदान को सफलतापूर्वक प्रदर्शित करने के लिए मैं अपनी सांस्कृतिक टीम को भी धन्यवाद और बधाई देता हूँ।
जोन में राजभाषा नीति को लागू करने के लिए हमारा राजभाषा विभाग उल्लेखनीय प्रयास कर रहा है। वर्ष के दौरान हमारे दो अधिकारियों को राजभाषा में उत्कृष्ट कार्य के लिए रेल मंत्री राजभाषा रजत पदक से सम्मानित किया गया है और एक अधिकारी को रेल मंत्री हिंदी निबंध प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार तथा एक कर्मचारी को रेल यात्रा वृत्तांत का प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है। मैं उन सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को हार्दिक बधाई देता हूँ।
उत्तर मध्य रेलवे में शांति और सौहार्दपूर्ण औद्योगिक संबंध बनाए रखने में सक्रिय योगदान देने के लिए मैं अपनी मान्यता प्राप्त यूनियनों, संघों एवं संगठनों को हार्दिक बधाई देता हूँ। विभिन्न सामाजिक कार्यों में सदैव नि:स्वार्थ भाव से अपना योगदान करने के लिए मैं अपने स्काउट्स और गाइड्स, सिविल डिफेंस तथा सेंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड को भी बधाई देता हूँ। अपने प्रशिक्षण शिविर द्वारा संरक्षा के प्रति जागरूकता एवं विभिन्न रचनात्मक कौशल के विकास के साथ-साथ आपदा और संकट की स्थिति में बचाव के तौर-तरीकों की महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्रदान कर ये अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हमारे सेंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड के स्वयं सेवक भी उस भारतीय रेल टीम के सदस्य रहे हैं, जिसने ओडिशा सरकार के अनुरोध पर पुरी में रथयात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को अपनी सेवाएं प्रदान की थीं।
अपने विभिन्न कार्यों के माध्यम से जरूरतमंद रेल कर्मियों और उनके परिवार की सहायता, सामाजिक कल्याण और बच्चों के लिए कौशल विकास शिविर तथा पौधारोपण जैसे पर्यावरण सरोकारों के जरिए अपना सराहनीय योगदान करने के लिए मैं उत्तर मध्य रेलवे महिला कल्याण संगठन को भी अपनी हार्दिक बधाई देता हूँ।
आइए, आज के इस पावन अवसर पर उत्तर मध्य रेलवे की प्रगति के लिए हम सब अपने आप को पुन: समर्पित करें, जिससे राष्ट्र निर्माण में हम अपना योगदान सुनिश्चित कर सकें।“
इस वर्ष उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय कार्यालय में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह को वेब कास्ट के माध्यम से सभी रेल कर्मियों एवं अन्य लोगों तक पहुंचने के लिए तैयार किया गया था। उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय सूबेदारगंज में 09:00 बजे शुरू होने वाला स्वतंत्रता दिवस समारोह यू-ट्यूब लिंक www.youtube.com/CPRONCR
इस अवसर उत्तर मध्य रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा, पदाधिकारी एवं अन्य सदस्य, उत्तर मध्य रेलवे के सभी प्रमुख विभागाध्यक्ष, अन्य अधिकारी गण एवं बड़ी संख्या में कर्मचारी एवं उनके परिवार के सद्स्य उपस्थित रहे ।