उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में “सतर्क भारत समृद्ध भारत” पर केंद्रित सेमिनार का आयोजन

सतर्कता जागरूकता सप्ताह के अवसर पर, आज उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में इस वर्ष के मुख्य संदेश सतर्क भारत, समृद्ध भारत विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। महाप्रबंधक श्री राजीव चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित इस वेब-आधारित सेमिनार में, मुख्य अतिथि के रूप में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति श्री अरुण टंडन, उत्तर मध्य रेलवे के सभी प्रमुख विभागाध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों सहित तीनो मण्डलों के मण्डल रेल प्रबंधक और अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया।
सेमिनार के शुरुआत में महाप्रबंधक श्री राजीव चौधरी, मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति अरुण टंडन, वरिष्ठ उप महाप्रबंधक और सभी प्रमुख विभागाध्यक्षों ने सरदार वल्लभभाई पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित किए और दीप प्रज्ज्वलन किया । सेमिनार के उद्घाटन सत्र में वरिष्ठ उप महाप्रबंधक और मुख्य सतर्कता अधिकारी, उत्तर मध्य रेलवे श्री नवीन कुमार सिन्हा ने सतर्कता के क्रमिक विकास, अलग सतर्कता संगठन की आवश्यकता, रेलवे में सतर्कता गतिविधियों, भ्रष्टाचार अवधारणा सूचकांक (CPI) और मानव विकास सूचकांक (HDI) के आपस के संबंध इत्यादि विषयों पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। .श्री सिन्हा ने सभी अधिकारियों की उनके कार्यक्षेत्र में सतर्कता अधिकारी के रूप में भूमिका निभाने के साथ साथ रेलवे के कामकाज में आईटी उपकरणों के अधिकतम उपयोग पर बल दिया।
इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए महाप्रबंधक श्री राजीव चौधरी ने कहा कि उत्तर मध्य रेलवे ने आईटी और अन्य तकनीकी साधनों के वृहद उपयोग के माध्यम से वर्तमान संकट की स्थिति को अवसर में बदला है और यह ई-कार्यप्रणाली का वातावरण बेहतर सतर्कता प्रबंधन में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने आगे कहा कि सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में सतर्कता अधिकारी हैं और हमें भ्रष्ट आचरण के प्रति शून्य सहनशीलता होनी चाहिए। श्री चौधरी ने उत्तर मध्य रेलवे पर पारदर्शिता सूचकांक को विकसित करने और कार्यान्वित करने का सुझाव दिया ताकि बेहतर सतर्कता प्रबंधन वाली इकाई को बेंचमार्क किया जा सके और आवश्यक सुधारों को चिन्हित किया जा सके। महाप्रबंधक ने यह भी कहा कि हर साल सभी कर्मचारियों को दिये जाने वाले कौशल विकास प्रशिक्षण “प्रोजेक्ट सक्षम” में नैतिकता पर एक छोटे मॉड्यूल को शामिल करने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर बोलते हुए, मुख्य अतिथि, सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति अरुण टंडन ने कहा कि निरक्षर लोकतंत्र कोई लोकतंत्र नहीं है और सतर्कता जागरूकता में शिक्षा की आवश्यकता और पब्लिक डीलिंग में वांछित पारदर्शिता लाने पर बल दिया । उन्होंने उत्तर मध्य रेलवे में बेहतर हाउसकीपिंग और कार्य संस्कृति के लिए श्री राजीव चौधरी के नेतृत्व में टीम एनसीआर को बधाई दी। उन्होंने कहा कि ईमानदारी किसी भी संगठन में ऊपर से नीचे की ओर प्रवाहित होती है और किसी को भी सार्वजनिक और व्यक्तिगत जीवन में अनुचित और भ्रष्ट आचरण को नहीं करना चाहिए। न्यायमूर्ति टंडन ने कहा कि एक ईमानदार व्यक्ति को सम्मानित करना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना किसी भ्रष्ट के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना ।
संगोष्ठी के दौरान महाप्रबंधक श्री राजीव चौधरी और न्यायमूर्ति अरुण टंडन द्वारा सतर्कता बुलेटिन “जागृति” को इलेक्ट्रॉनिक रूप से जारी किया गया। इस वार्षिक सतर्कता प्रकाशन में केस स्टडी , रेलवे में किए जा रहे महत्वपूर्ण कार्यों की चेकलिस्ट , प्रणाली में सुधार सम्बंधी सुझाव, टेंडर और कॉन्ट्रैक्ट डीलिंग में क्या करें क्या न करें की सूचि, नवीनतम दिशानिर्देश और परिपत्र इत्यादि शामिल हैं और रेलवे में यह सतर्कता सम्बंधी संवेदनशील मामलों पर रेडी रेकनर के रूप में कार्य करता है। यह ई-पुस्तक इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया माध्यमों से उत्तर मध्य रेलवे की सभी इकाइयों और रेलकर्मियों को भेजी जाएगी।
प्रमुख विभागाध्यक्ष, मण्डलों के मण्डल रेल प्रबंधक और अन्य अधिकारियों ने भी संगोष्ठी के दौरान अपने विचार व्यक्त किए और सार्वजनिक जीवन में सत्यनिष्ठा, जवाबदेही और पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए विचारों को साझा किया। सेमिनार का समन्वयन उप मुख्य सतर्कता अधिकारी/ट्रैफिक श्री बृजेश मिश्रा ने किया  और मुख्य सतर्कता अधिकारी (इंजीनियरिंग) श्री देवेंद्र सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस संगोष्ठी में उत्तर मध्य रेलवे के सतर्कता संगठन के अन्य कर्मचारियों सहित उप मुख्य सतर्कता अधिकारी स्टोर श्री अंकुर चंद्रा, उप मुख्य सतर्कता अधिकारी यांत्रिक श्री अजय कुमार साहनी, उप मुख्य सतर्कता अधिकारी इलेक्ट्रिकल धर्मेंद्र कुमार ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया।
सतर्कता जागरूकता वह सप्ताह है जिसमें भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्मदिवस पड़ता है। नए स्वतंत्र देश में राष्ट्रीय एकता के लिए उनकी पूर्ण प्रतिबद्धता थी, जिससे उन्हें “भारत के लौह पुरुष” का सम्मान मिला और सरदार पटेल का जीवन वर्तमान पीढ़ी के साथ-साथ भावी पीढ़ियों के लिए सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी, अखंडता और समभावना के लिए एक आदर्श है। । 31 अक्टूबर 2020 को सरदार वल्लभभाई पटेल के 145 वें जन्मदिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। आज दिनांक 29.10.2020 को, माननीय रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल ने अध्यक्ष रेलवे बोर्ड, रेलवे बोर्ड के सभी सदस्यों, महाप्रबंधकों, मण्डल रेल प्रबंधकों  और रेलवे तथा पीएसयू आदि के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को 17:00 बजे राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई। इसी प्रकार उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय, सभी मण्डलों और अन्य इकाइयों में आयोजित कार्यक्रमों में राष्ट्रीय एकता शपथ ली गई है।

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