राजभाषा हिंदी के प्रयोग-प्रसार में अधिकारियों एवं कर्मचारियों की रचनात्मक सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से महाप्रबंधक श्री राजीव चौधरी के निर्देशानुसार और मुख्य राजभाषा अधिकारी श्री महेन्द्र नाथ ओझा के मार्गदर्शन में उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय के राजभाषा विभाग द्वारा क्षेत्रीय रेल स्तर पर हिंदी टिप्पण एवं प्रारूप लेखन एवं हिंदी निबंध तथा वाक् प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं में महाप्रबंधक कार्यालय सहित सभी मंडलों और कारखानों में कार्यरत कर्मचारियों ने अत्यंत उत्साह के साथ भाग लिया। ‘नई शिक्षा नीति का महत्व’ विषय पर आयोजित़ हिंदी वाक् प्रतियोगिता में महाप्रबंधक कार्यालय के प्रतिभागी उपस्थित थे साथ ही सभी मंडलों और कारखानों में कार्यरत प्रतिभागी कर्मचारियों ने प्रतियोगिता में ऑनलाइन सहभागिता की। प्रतिभागी कर्मचारियों ने नई शिक्षा नीति के सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक एवं व्यवसायिक महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा बदलते हुए समय के अनुरूप इसे अत्यधिक व्याहारिक और कौशलपरक शिक्षा नीति की संज्ञा दी।
इस अवसर पर निर्णायक के रूप में उपस्थित उप मुख्य वाणिज्य प्रबंधक/दावा श्री विपिन कुमार सिंह ने प्रतिभागियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि वाक् प्रतियोगिता जैसे कार्यक्रम हमें विषयों पर जागरुक बनाते है। हमारी लोकतांत्रिक प्रणाली में समाज, शिक्षा, शासन-प्रशासन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर हमे सतत् जागरुक रहना चाहिए तथा विषयों का विश्लेषणपरक एवं तार्किक मूल्यांकन करना चाहिए। कार्यक्रम में अपने उद्गार व्यक्त करते हुए प्रतियोगिता के दूसरे निर्णायक उप मुख्य राजभाषा अधिकारी श्री शैलेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि तथ्यों के साथ-साथ तर्क-वितर्क और विचार भी अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। नई शिक्षा नीति में उच्च शिक्षा आयोग, शोध फाउंडेशन जैसी संरचना से देश की शिक्षा प्रणाली को एक नई दिशा मिलेगी। दोनों निर्णयकों ने वर्तमान महामारी जैसी विपरीत कार्य परिस्थिति में भी इस प्रतियोगिता में उत्साहपूर्वक एवं ऑनलाइन माध्यम से भाग लेने के लिए प्रतिभागी कर्मचारियों की सराहना की। इस प्रतियोगिता में श्री एम. एस. नजमी, वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर/टेली., निर्माण संगठन, मुख्यालय को प्रथम स्थान, श्री विकास कुमार पाठक, लेखा सहायक, लेखा विभाग, मुख्यालय को द्वितीय स्थान तथा श्री सुदेश राव, वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर, झांसी कारखाना को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। इसके अतिरिक्त श्री निर्भय कुमार सिंह, वाणिज्य निरीक्षक, वाणिज्य विभाग, मुख्यालय, श्री मुकेश कुमार मीना, तकनीशियन, सिथौली कारखाना एवं श्री विनोद सरावगी, वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर, झांसी कारखाना को प्रेरणा पुरस्कार के लिए पात्र घोषित किया गया। उक्त प्रतियोगिता के पहले ‘कोरोना महामारी का दीर्घकालिक सामाजिक एवं आर्थिक प्रभाव’ विषय पर निबंध प्रतियोगिता तथा हिंदी टिप्पण एवं प्रारूप लेखन प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया।