उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय, प्रयागराज में राजभाषा पखवाड़ा का आयोजन

प्रयागराज।
उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में महाप्रबंधक  सतीश कुमार ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्ज्वलित कर राजभाषा पखवाड़ा के मुख्य समारोह का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए श्री कुमार ने कहा कि हिंदी सिर्फ एक भाषा ही नहीं, बल्कि एक संस्कृति है। हिंदी उन राष्ट्रीय मूल्यों की प्रतीक है, जो हमें अपनी समृद्ध ऐतिहासिक विरासत और राष्ट्रीय मुक्ति आंदोलन से प्राप्त हुए हैं। ये हमारे संविधान की मूल भावना को प्रदर्शित करते हैं। इन्हीं कारणों से हिंदी को राजभाषा का संवैधानिक दर्जा दिया गया है। आज पूरे देश की संपर्क भाषा और जन भाषा के रूप में हिंदी विविधता में एकता की संकल्पना को परिलक्षित करती है।  सतीश कुमार ने कहा कि उत्तर मध्य रेलवे का संपूर्ण कार्यक्षेत्र साहित्य और संस्कृति की समृद्ध विरासत का गढ़ रहा है। प्रयागराज को तो साहित्य एवं संस्कृति की राजधानी भी कहा जाता है। सूर, तुलसी, मैथिलीशरण गुप्त, महावीर प्रसाद द्विवेदी, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, महादेवी वर्मा और हरिवंश राय बच्चन जैसे कवियों और साहित्यकारों के महान योगदान एवं यश के साक्षी इस साहित्यिक अंचल में कार्य करते हुए, हमसे यह सदैव अपेक्षा की जाती है कि हम राजभाषा हिंदी के प्रसार में बढ़-चढ़कर अपना योगदान दें। महाप्रबंधक ने कहा कि ग्राहकों की उत्कृष्ट सेवा की मूल भावना के तहत उन्हें सवारी और मालभाडा यातायात सहित रेल परिवहन की नीतियों, कार्यक्रमों और योजनाओं की जानकारियाँ हिंदी में उपलब्ध कराना हमारे सर्वोपरि दायित्वों में शामिल है। हमारी रेलवे के स्टेशन धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के प्रमुख केंद्र हैं, जहाँ बहुत बड़ी संख्या में देश-विदेश के यात्रियों का आवागमन होता है। विभिन्न प्रांतों से आने वाले हिंदीतर भाषी यात्रियों की सुविधा के लिए यात्री सेवा एवं सुविधा से संबंधित आवश्यक सूचनाएं हिंदी और अंग्रेजी के अतिरिक्त विशेष अवसरों पर अन्य भारतीय भाषाओं में भी प्रसारित की जाती हैं। ऐसे कदमों से विविधता में एकता की भावना मजबूत होती है।  सतीश कुमार ने इस अवसर पर लगाई गई राजभाषा प्रदर्शनी की भी सराहना की और कहा कि यह प्रदर्शनी हमारे अधिकारियों और कर्मचारियों के लगन, उत्साह और राजभाषा के प्रति उनके समर्पण का द्योतक है।

राजभाषा प्रगति का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करते हुए मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य संरक्षा अधिकारी  मनीष कुमार गुप्ता ने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे में राजभाषा हिंदी का निरंतर ही उत्कृष्ट प्रयोग-प्रसार किया जा रहा है तथा वर्ष के दौरान हिंदी कार्यशालाओं, प्रशिक्षण कार्यक्रमों, राजभाषा संगोष्ठियों, महापुरुषों की जयंतियों, कवि सम्मेलनों, विभिन्न प्रतियोगिताओं आदि का आयोजन किया गया है। श्री गुप्ता ने बताया कि हिंदी में उल्लेखनीय कार्य के लिए इस वर्ष उत्तर मध्य रेलवे को रेलमंत्री राजभाषा शील्ड एवं नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, प्रयागराज का चल वैजयंती का प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है तथा उत्तर मध्य रेलवे के दो कर्मचारियों को उपन्यास / कथा संग्रह के लिए रेलवे बोर्ड की प्रेमचंद पुरस्कार योजना का प्रथम एवं तृतीय पुरस्कार, रेल यात्रा वृतांत का प्रथम पुरस्कार तथा अखिल रेल स्तर पर आयोजित प्रतियोगिताओं के पुरस्कार प्राप्त हुए है। कार्यक्रम के दौरान महाप्रबंधक  सतीश कुमार ने सिगनल एवं दूरसंचार विभाग द्वारा हिंदी-अंग्रेजी दविभाषी में प्रकाशित अनुरक्षण शेड्यूल का विमोचन किया।

इस अवसर पर बुंदेली लोकगीत आल्हा गायन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में नवरस बुंदेली लोक कला समिति, महोबा के कलाकारों द्वारा आल्ह खंड की सजीव एवं जीवंत प्रस्तुति की गई कलाकारों द्वारा ओज और कड़कती हुई आवाज, युद्ध के मैदान के सजीव चित्र, तलवारों की टंकारों एवं टकराहट आदि के द्वारा रासो परंपरा की गौरवशाली वीरगाथा जगनिक रचित परमाल रासो के आल्ह खंड का अत्यधिक प्रभावशाली और जीवत चित्रण किया गया, जिसकी उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भूरि-भूरि सराहना की।

इस अवसर पर विभागों में हिंदी में किए जा रहे कार्यों की आकर्षक राजभाषा प्रदर्शनी लगाई गई। राजभाषा प्रदर्शनी में सिगनल एवं दूरसंचार विभाग को सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शनी की शील्ड प्रदान की गई तथा रेल सुरक्षा बल विभाग को द्वितीय और सामान्य प्रशासन विभाग एवं यांत्रिक विभाग को संयुक्त रूप से तृतीय पुरस्कार की ट्राफी प्रदान की गई। इसके अतिरिक्त प्रतियोगिताओं के विजेता और हिंदी में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 84 अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी पुरस्कार प्रदान किया गया। इस अवसर पर महाप्रबंधक  सतीश कुमार ने मुख्यालय में राजभाषा पखवाड़ा प्रतियोगिताओं में निर्णायक के रूप में उल्लेखनीय योगदान देने वाले अधिकारियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में अपर महाप्रबंधक  चंद्र प्रकाश गुप्ता और सभी प्रधान विभागाध्यक्ष सहित बड़ी संख्या में अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन  चन्द्र भूषण पाण्डेय, वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी ने किया तथा उप मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं उप वित्त सलाहकार एवं मुख्य लेखाधिकारी/वित एवं बजट  शैलेन्द्र कुमार सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

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