इविवि में छात्रों ने जमकर बवाल काटा, भारी पुलिस फोर्स तैनात

–गाड़ियों में तोड़ फोड़ आगजनी
–भीड़ तितर-बितर करने को चलानी पड़ी टीयरगैस

प्रयागराज.)। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में सोमवार की दोपहर जमकर बवाल हुआ। उपद्रव के बीच 6 छात्र घायल हो गए। छात्र नेता विवेकानंद पाठक को सुरक्षा कर्मियों ने यूनिवर्सिटी के अंदर जाने से रोक दिया। इसके बाद पुलिस और छात्रों के बीच हिंसक झड़प हो गई। छात्रों ने पुलिस पर पथराव भी किए। यूनिवर्सिटी कैंपस छावनी में तब्दील कर डीएम व पुलिस कमिश्नर ने सुरक्षा का जिम्मा सभाला।

फोटो-07 फूंकी गई बाइक
छात्र और पुलिस के बीच खींचतान बढ़ी तो पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए टीयरगैस के छोड़नी पड़ी। सूचना मिलते ही मौके पर क्ड संजय कुमार खत्री, पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे। छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए पूरे जिले की पुलिस बुला ली गई है। पूरा कैंपस को छावनी में तब्दील हो गया है। वहीं घायल छात्र नेता विवेकानंद पाठक खून से लथपथ कैंपस में अनशन पर बैठे हैं। उनका कहना है कि मेडिकल तो कराएंगे, लेकिन इलाज तब तक नहीं कराएंगे, जब तक पिटाई करने वाले गार्डों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती है।

उपद्रवी तत्व विश्वविद्यालय के छात्र नहीं है। उपद्रवियों ने एक मोटरसाइकिल को आग लगाई। 2 शिक्षकों की कार के शीशे तोड़े, एक जनरेटर में आग लगाई। विश्वविद्यालय की कैंटीन में आगजनी की। इसके साथ ही वे फायरिंग भी कर रहे थे।

छात्र नेता विवेकानंद पाठक अपनी कार से विश्वविद्यालय के अंदर बैंक जा रहे थे। तभी गेट पास सुरक्षा कर्मियों ने रोका। इस पर विवेकानंद ने कहा, “मैं छात्र नेता हूं, मुझे मत रोको।“ इस बात पर विवेकानंद और सुरक्षाकर्मियों में काफी लंबी बहस होने लगी। आरोप है कि सुरक्षा कर्मियों ने विवेकानंद को बुरी तरह पीटा। इस दौरान उसको काफी चोट आ गई।

इसकी जानकारी जब अन्य छात्रों को हुई तो हजारों की संख्या में छात्र आए। रास्ते में खड़ी प्रोफेसर सहित 12 कारों के शीशे तोड़े दिए। 15 से 20 बाइकों में आग लगा दी। इतना ही नहीं विश्वविद्यालय की कैंटीन को भी आग के हवाले कर दिया। कई कमरे की खिड़कियां तोड़ दी।

छात्रों ने पुलिसकर्मियों पर जमकर पत्थरबाजी की। पुलिस फोर्स ने रोकने का प्रयास किया तो पुलिस कर्मियों पर भी पत्थर चलाए। हालांकि किसी पुलिस कर्मी के घायल होने की जानकारी नहीं है।

विश्वविद्यालय प्रशासन ने बयान जारी कर बताया कि कुछ उपद्रवी तत्वों की ओर से विश्वविद्यालय गेट का ताला तोड़ने की कोशिश की गई। रोकने पर सुरक्षाकर्मियों से बदसलूकी और मारपीट की। इसके बाद उपद्रवियों ने झुंड बनाकर परिसर में तोड़फोड़ और आगजनी की। इससे परिसर में भय और अराजकता का माहौल हो गया।

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