प्रयागराज।इफको घियानगर फूलपुर में हिंदी दिवस का समापन समारोह मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ द्वीप प्रज्जवलन के साथ प्रारंभ हुआ। इकाई प्रमुख संजय कुदेशिया ने कहा कि हिंदी भाषा व साहित्य का विकास करना है तो इसे हमे आत्मसात करना होगा। कई देश अपनी भाषा का प्रयोग करते है जबकि हमें अंग्रेजी से अनुवाद की आवश्यकता पड़ती है इसलिए हिंदी भाषा का बढ़ावा देना अति आवश्यक है। मुख्य अतिथि हरिश चंद्र पाण्डेय जो कि केदार सम्मान, शमशेर सम्मान व अन्य सम्मानों से विभूषित है, जिनकी प्रमुख रचनाएं भूमिका खत्म नहीं होती, कुछ भी मिथ्या नहीं होता इत्यादि। उन्होंने ने प्राचीन काल से अबतक हिंदी भाषा के ऐतिहासिक यात्रा का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि हिंदी से हमें कुछ भी सीखना नहीं होता क्योंकि यह हमारे जन्म से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि हिंदी भाषा का क्षेत्र काफी विशाल है इसकी सहायक भाषाएं जैसे ब्रज, रूहेलखंडी, भोजपुरी आदि इसे और मजबूत बनाती है। ओम बाल विद्या मंदिर के छोटे बच्चों द्वारा हिंदी की कविताएं सुनाई गई जो कि समापान समारोह में आकर्षण का केंद्र रहे तथा सभी लोगों ने बच्चों को सराहा। कार्यक्रम का संचालन संयुक्त महाप्रबंधक (वित्त एवं लेखा) व हिन्दी कार्य समीक्षा समिति के सचिव संतोष कुमार सिंह ने किया। उन्होंने अपनी कुछ पंक्तियों से सभी लोगों को ध्यान आकर्षित किया व कार्यक्रम के कुशल संचान के लिए जाने जाते है।धन्यवाद ज्ञापन विरिष्ठ महाप्रबंधक गिरीधर मिश्र ने किया। संयुक्त महाप्रबंधक क्रमशः संजय वैश्य, ए.पी.राजेन्द्रन, संजय भंडारी, पी.के.सिंह, पी.के.पटेल उपस्थित रहे। विभागाध्यक्ष मानव संसाधन दानवीर सिंह, जनसम्पर्क अधिकारी संजय कुमार मिश्र, अरवेन्द्र कुमार एवं अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। इस दौरान पुरस्कार विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।
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