ज्योतिष शास्त्र में व्यक्ति के जीवन में आने वाली कई समस्याओं के निवारण के लिए कई तरह के रत्नों का उल्लेख मिलता है। ऐसे में इन रत्नों को धारण करने से व्यक्ति की कुंडली में मौजूद ग्रहों पर इसका शुभ असर होता है। साथ ही इन रत्नों को धारण करने से व्यक्ति के जीवन की समस्याएं काफी हद तक ठीक भी हो जाती है।लेकिन किसी ज्योतिष की सलाह के बिना इन रत्नों को धारण नहीं करना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने पर आपको अशुभ परिणाम भी प्राप्त हो सकते हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि कर्क राशि के जातकों के लिए कौन से रत्न पहनना शुभ माना जाता है। इन रत्नों को धारण करने से कर्क राशि के जातकों को कार्यक्षेत्र में सफलता हासिल होती है।
मोती रत्न
कर्क राशि के जातकों को मोती रत्न पहनना चाहिए। आप किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के सोमवार या फिर पूर्णिमा तिथि को मोती पहन सकते हैं। मोती रत्न धारण करने के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि इसको हमेशा चांदी की धातु में पहनना चाहिए। सबसे पहले मोती की अंगूठी को गंगाजल से शुद्ध करें और फिर भगवान भोलेनाथ को अर्पित करें। ऐसा करने के बाद आप इसे कनिष्ठा यानी की हाथ की सबसे छोटी उंगली में पहनें।
आर्थिक स्थिति हो सकती है बेहतर
हांलाकि कर्क राशि के जातकों को ज्यादा क्रोध नहीं आता है। लेकिन एक बार जब यह क्रोधित हो जाते हैं, तो खुद का ही नुकसान कर बैठते हैं। इस कारण कर्क राशि के जातकों को मोती धारण करने की सलाह दी जाती है। मोती की अंगूठी धारण करने के दौरान विशेष ध्यान रखना चाहिए कि यह कभी खोना नहीं चाहिए। इस रत्न को धारण करने से आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार देखने को मिल सकता है। साथ ही आपको मानसिक तनाव से छुटाकारा मिलता है और आपके बिगड़े हुए काम बनने लग जाएंगे।
चंद्र की स्थिति हो सकती है मजबूत
कर्क राशि का स्वामी ग्रह चंद्रमा होता है। ऐसे में जिस व्यक्ति की कुंडली में चंद्र ग्रह कमजोर होता है। उन जातकों का मन हमेशा विचलित होता रहता है। साथ ही ऐसे लोगों को मानसिक समस्या का भी सामना करना पड़ता है। इसलिए कर्क राशि के जातकों को मोती रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है।
माणिक्य रत्न
इसके अलावा कर्क राशि के जातकों को माणिक्य यानी की रूबी रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है। बता दें कि यह इस राशि का बर्थ स्टोन भी माना जाता है। इस रत्न को धारण करने से बौद्धिक क्षमता बढ़ती और मजबूत होती है। माणिक्य रत्न को धारण करने से जातक को किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है।