प्रयागराज। सफलता का श्रेय तो हर कोई लेना चाहता है, परंतु योद्धा वह है जो अपने कर्तव्य और जिम्मेदारी को निभाने की क्षमता रखता हो।
“अलंकरण समारोह” का अर्थ मात्र उपलब्धियाँ प्रदान करना ही नही बल्कि यह एक ऐसा समारोह है जहाँ व्यक्ति के व्यक्तित्व एवं चरित्र की परख, नैतिक एवं मानवीय मूल्यों का मूल्यांकन और कर्तव्य परायण की क्षमता के आधार पर विभिन्न पदों एवं उपाधियों से विभूषित किया जाना है। जिसके बाद छात्र और छात्राएँ शालीनतापूर्वक अपने अधिकारों का प्रयोग निष्ठापूर्वक करते हुए विद्यालय प्रबंधन का प्रतिनिधित्व करते है ।
आज दिनांक 12 सितम्बर 2024 को इथेल हिग्गिनबॉटम स्कूल एवं कॉलेज के सभागार में छात्र और छात्राओं के अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि विद्यालय की प्रबंधक डा० श्रीमती सामला सुनीथा मसीह थी।
कार्यक्रम का आरंभ इथेल की छात्राएं मिशैल रॉबर्ट के बाइबिल पाठ द्वारा किया गया । तत्पश्चात् मिशैल रॉबर्ट, ज्वॉयस लाल और ऐंड्रिया प्रसाद ने अपनी मधुर आवाज में एक प्रार्थना गीत ईश्वर से विश्व शांति और एकता की कामना करते हुए प्रस्तुत किया।
इसके उपरांत मुख्य अतिथि डा० श्रीमती सामला सुनीथा मसीह को प्रधानाचार्य श्री सैमसन जेम्स रॉबिन्सन और उपप्रधानाचार्या श्रीमती कामिनी प्रसाद ने पुष्पगुच्छ देकर अभिवादन किया।
कार्यक्रम की श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए मुख्य अतिथि ने नवचयनित कॉलेज कप्तान विनीत श्रीवास्तव, उप कप्तान साक्क्षी एवं छात्र परिषद के
अन्य सदस्यों के नामों की घोषणा की, जिसके बाद मुख्य अतिथि ने सभी को बैच पहनाये। इसके बाद विद्यालय के अन्य हाऊस, खेल परिषद और विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों को उनके प्रभारी शिक्षक द्वारा बैच पहनाये गये। तत्पश्चात सभी छात्रों को मुख्य अतिथि द्वारा अपने कर्तव्यों एवम जिम्मेदारियों का निष्ठापूर्ण निर्वहन करने की शपथ दिलाई गई।
विद्यालय की प्रबंधक डा० श्रीमती सामला सुनीथा मसीह ने नवचयनित छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज का दिन संकल्पो से भरा है। उन्होंने नेतृत्व और सफल प्रबंधन के गुणों को बताते हुए कहा कि किसी पद एवं उपाधि को धारण करना अधिकारों का प्रयोग नहीं बल्कि सेवा प्रदान करना है। आपको अपने विचारों एवं मानवीय मूल्यों का निर्वहन करना है। आप जितनी भी ऊंचाइयों को छू लेंगे परंतु विनम्रता को अपने जीवन का आधार बनाएं। विद्यालय की गरिमा को बताते हुए कहा कि यह विद्यालय शिक्षा, प्रशिक्षण एवं सेवा का मंदिर है।
विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री सैमसन जेम्स रॉबिन्सन ने मुख्य अतिथि को उनकी उपस्थिति के लिए धन्यवाद दिया तथा सभी उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि छात्रों की उपलब्धियां शिक्षक एवं अभिभावकों का सम्मिलित प्रयास है। उन्होंने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को अपने पद की गरिमा बनाए रखने तथा अपने पद के प्रति सतर्क एवं जागरूक रहने को कहा।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।