प्रतापगढ़। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने मुजफ्फरपुर आश्रय गृह (शेल्टर होम) मे बच्चियों के साथ हुई दरिदंगीपूर्ण बलात्कार को लेकर दिल्ली के साकेत कोर्ट द्वारा विधि सम्मत निर्णय का स्वागत किया है। बुधवार को एक दिवसीय रामपुरखास के दौरे पर आये वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने नगर स्थित विधायक आराधना मिश्रा मोना के कैम्प कार्यालय पर हुई प्रेस वार्ता के दौरान प्रमोद तिवारी ने कहा कि इस दुर्लभ से दुर्लभतम अपराध मे मुख्य अभियुक्त बृजेश ठाकुर को पांच साथियो सहित कोर्ट ने ताउम्र जेल की सजा सुनाई। वहीं सात अन्य दोषियो को भी न्यायालय द्वारा उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। श्री तिवारी ने कहा कि यह अपराध शताब्दी के भयंकरतम अपराधो मे से एक है जो सालो साल सत्ता के संरक्षण मे फलता फूलता रहा। उन्होने कहा कि नैतिकता तो यह है कि न्यायालय के निर्णय के बाद भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को बहानेबाजी छोड़कर देश से क्षमायाचना करना चाहिए। प्रमोद के मुताबिक इस केस की सुनवाई के दौरान तथ्य इतने पीडादायक और दुखद थे कि न्यायाधीश सौरभ कुलश्रेष्ठ फैसला सुनाते समय स्वयं भावुक हो गये और आश्रय गृह मे बच्चियो के साथ हुए इस घिनौने कृत्य को बूचड़खाने की संज्ञा तक दी। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि भाजपा के पूर्व मंत्री चिन्मयानंद कांड के बाद दोष सिद्ध हुए मुख्य अभियुक्त बृजेश ठाकुर की पत्नी बिहार सरकार ने भाजपा-जेडयू सरकार की कैबिनेट मंत्री थी, फिर भी यह अमानवीय अपराध होते रहे। श्री तिवारी ने कहा कि कैबिनेट मंत्री होने के बावजूद वह अपने पति को बचाने के लिए पति के हर पाप के समय अर्धांगिनी बनी रही। उन्होने कहा कि शेल्टर होम की घटना इतनी दुखद और पीड़ादायक रही कि आश्रय गृह मे रहने वाली बच्चियों बकौल प्रमोद तिवारी जिनमे ज्यादातर नाबालिग थी, उन्हें बडे अधिकारियो और राजनैतिक रसूख वाले नेताओ के सामने नशे का इंजेक्शन लगाकर बलपूर्वक परोसा जाता रहा। श्री तिवारी ने आरोप लगाया कि इन मासूमो की चीखपुकार की आवाज भाजपा व जेडयू सरकार की सत्ता की हनक मे दबाई जाती रही। प्रमोद तिवारी ने वार्ता के दौरान यह भी कहा कि सक्षम न्यायालय के निर्णय से साफ है कि जब उत्पीडित होने वाली बच्चियां इसका विरोध करती थी तो यही मंत्री पति उन्हें दंडो से मारता पीटता था और यातनाएं देता था। उन्होनंे कहा कि कोर्ट का यह निर्णय सुशासन बाबू का तमगा ओढ़े नीतीश कुमार जी को आने वाले सात आठ माह बाद बिहार प्रदेश के चुनाव मे वहां की जनता जरूर अपने जनादेश के जरिये सजा देगी। श्री तिवारी ने यह भी आरोप लगाया कि नितीश सरकार ने उनकी ही कैबिनेट मंत्री ने इस घिनौने कृत्य को चलने दिया और तब तक इसमे निष्पक्ष जांच नही हो सकी जब तक सर्वोच्च न्यायालय ने इस प्रकरण की न केवल सीबीआई जांच सौपी बल्कि मुकदमें को दिल्ली स्थानान्तरित तक किया। कानूनविद् एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय का यह अविश्वास सीधे सीधे नितीश बाबू के सुशासन पर काले कलंक के समान है। श्री तिवारी ने आर्थिक मंदी तथा छुटटा मवेशियो से किसानो की लगातार फसल नुकसान व बेरोजगारी समेत कई मुददो पर केंद्र सरकार को विफल भी ठहराया। इसके पूर्व श्री तिवारी ने नगर मे विनोद प्रकाश मिश्र के संयोजन मे आयोजित समारोह मे शामिल हुये। वहीं प्रमोद तिवारी रामपुर कसिहा, विनऊ का पुरवा, संग्रामगढ़ मे भी आयोजित विविध कार्यक्रमों मे शामिल हुए। कार्यकर्ताओं व बडी संख्या मे जुटे ग्रामीण इन गांवो मे पहुंचने पर प्रमोद तिवारी का फूल और मालाओं से गर्मजोशी से स्वागत करते दिखे। इस मौके पर भगवती प्रसाद तिवारी, ज्ञानप्रकाश शुक्ल, संतोष द्विवेदी, आशीष उपाध्याय, अतुल तिवारी, हनुमान सिंह, अमर बहादुर सिंह, डा. राजकुमार पाण्डेय, कमलेश तिवारी, डा. शक्तिधरनाथ पाण्डेय, पप्पू तिवारी, छोटे लाल सरोज, केडी मिश्र, सुधाकर पाण्डेय, रोहित शुक्ल, मुरलीधर तिवारी आदि रहे।
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