प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रेम प्रकाश अपर पुलिस महानिदेशक द्वारा किया गया
प्रयागराज । राजकीय पाण्डुलिपि पुस्तकालय, संस्कृति विभाग, प्रयागराज तथा मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज के संयुक्त तत्वावधान में आजादी का अमृत महोत्सव आयोजन की श्रृंखला के अर्न्तगत गुरुुवार को अपरान्ह 02:30 बजे इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज के तिलक भवन में दुर्लभ पाण्डुलिपियों की चित्र प्रदर्शनी(संत कबीर दास के विशेष संदर्भ में )का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलन से हुआ। चित्र प्रदर्शनी का फीता काटकर उद्घाटन करते हुये मुख्य अतिथि प्रेम प्रकाश अपर पुलिस महानिदेशक, प्रयागराज मण्डल प्रयागराज ने अपने सम्बोधन में कहा कि आजादी के इस अमृत महोत्सव में सम्पूर्ण भारत में एक नयी संस्कृति का उदय हुआ है, उन्होंने इस बात पर विशेष बल दिया कि अपने देश का जो भी गौरव है, उस पर शोध कार्य होना चाहिये, गौरव के अन्तर्गत पाण्डुलिपियाँ तथा अभिलेख भी आते है। जो महत्वपूर्ण ऐतिहासिक साक्ष्य हैं। इतिहास के बारे में बताते हुये उन्होने कहा कि भारत में इतिहास को सही तरीके से रखने व बताने की विशेष आवश्यकता है। प्रदर्शनी में मुख्य रूप से सन्त कबीर दास पर आधारित हस्तलिखित ग्रन्थों में कबीर दास की साखी, साखी और पद, कबीर दोहावली, कबीर पर संग्रह तथा चनताई नाम पृथ्वीराज रासो, राजतरंगिणी एवं उर्दू एवं फारसी भाषा में लिखित रामायण मसीही, महाभारत, नल दमन, भागवत महापुराण आदि ग्रन्थ प्रदर्शित किये गये हैं, ये सभी प्रदर्श आकर्षण के केन्द्र है। कार्यक्रम में आये हुये अतिथियों के प्रति आभार डॉ० आलोक प्रसाद ने किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के डॉ० पंकज कुमार, ललित जोशी, डॉ० हर्ष कुमार तथा संस्कृति विभाग के पाण्डुलिपि अधिकारी गुलाम सरवर, राकेश कुमार वर्मा, हरिश्चन्द्र दुबे, डॉ० शाकिरा तलत, विकास यादव, अजय मौर्य, सफीक, शिव प्रताप मिश्र तथा विश्वविद्यालय के सैकड़ों छात्र उपस्थित रहें।