नारीबारी क्षेत्र के जगह-जगह पंडालों घरो पर हुए कन्या पूजन-भोजन
नारीबारी(प्रयागराज) ।महाअष्टमी के पावन पर्व पर सोमवार को घरों एवं मंदिरों मे उपासक भक्त नौ कन्या स्वारूपा देवी मां के नौ रूपों की पारम्परिक रुप से पूजन-अर्चन ऋंगार का माता को अपने हाथो से भोजन करा कर माँ दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त किया।
सोमवार को शारदीय नवरात्रि के महाअष्टमी तिथी पर विभिन्न दुर्गा पंडालों एवं घरों मे भक्तों ने पूजन अर्चन किया। झझरां चौबे निवासी गिरीश कुमार चतुर्वेदी ने भी विगत कई वर्षो से नौ दुर्गा मां की उपासना के साथ कन्याओ पूजन-अर्चन-ऋंगार कर का भोजन कराकर कन्या रूवारूप मां देवी का आशीर्वाद प्राप्त करते चले आ रहे है। महागौरी माता के स्वारुप के साथ कन्याओ को आमंत्रित कर उनका विधि विधान पूर्वक अपने हाथो से स्नान कराकर ऋंगार के साथ भक्तो ने कन्याओ को अपने हाथो हलुवा,पूडी,साबूदाना,फल, मिष्ठान आदि को खिलाते हुऐ दक्षिणा देकर उनका सपरिवार आशीर्वाद प्राप्त किया। कन्याओ के साथ लंगूर को भी भोजन कराने की परम्परा का भी निर्वाहन किया। ऐसी मान्यता है कि भक्त माता की उपासना के बाद कन्या भोज कराते है। और घर बुलाकर उनकी आवभगत करने, दुर्गाष्टमी के दिन माँ महागौरी के दिन नौ कन्या भोजन कराने का बहुत बडा महत्व होता है। भक्तों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। मां भक्तों को सुख समृधि का वरदान देती हैं। नौ कन्याओं को नौ देवियों के प्रतिबिंब के रूप में पूजने के बाद ही भक्त का नवरात्र व्रत पूरा होता है। भक्त अपने सामर्थ्य के अनुसार उन्हें भोग लगाकर दक्षिणा देने मात्र से ही मां दुर्गा प्रसन्न हो जाती और भक्तो के दुःख हर कर उनकी झोलिया खुशियो से भर देती है। साक्षी,सगुन,अपेक्षा,अनन्या,वि धि, सौम्या,सुहानी,दीक्षा,दुर्गा आदि कन्याओं का भोज कराकर दक्षिणा देकर गिरीश कुमार चतुर्वेदी सपरिवार ने आशीर्वाद लिया।