केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मणिपुर के तामेंगलोंग जिले में रानी गाइदिन्ल्यू आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय की आधारशिला रखी। इस मौके पर केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। अमित शाह ने बताया कि देश के विभिन्न हिस्सों में बन रहे आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के संग्रहालय हमारे समाज को एकजुट करने में मदद करेंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस मौके पर कहा, ‘हमारे देश को आजाद कराने में सभी वर्गों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। हालांकि, भारत की आजादी में आदिवासी आबादी के संघर्षों और बलिदानों से शहरी अनजान है। यही वजह है कि पीएम मोदी ने विभिन्न राज्यों में इस तरह के संग्रहालय बनाने का फैसला किया। सरकार ने इस कार्य के लिए 195 करोड़ रुपये का निवेश करने का निर्णय लिया है। इसमें से 110 करोड़ रुपये की राशि जारी की जा चुकी है।’
उन्होंने बताया कि ये संग्रहालय गुजरात, झारखंड, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, केरल, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मणिपुर में बनाए जाएंगे। इससे देशभक्ति की भावना जागृत होगी। आदिवासियों के कल्याण और विकास के लिए पीएम मोदी ने कई प्रोजेक्ट शुरू किए हैं।जनजातीय मामलों के मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि राज्य मंत्रिमंडल ने तय किया है कि संग्रहालय का नाम महान स्वतंत्रता सेनानी रानी गाइदिन्ल्यू के नाम से रखा जाए और संग्रहालय की स्थापना रानी गाइदिन्ल्यू के गांव लुआंगकाओ में की जाए। बता दें कि जनजातीय मामलों के मंत्रालय की ओर से इस परियोजना के लिए लगभग 15 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।