देश के प्रमुख 12 प्रमुख बंदगाहों पर माल ढुलाई (माल को चढ़ाना या उतारना) चालू वित्त वर्ष के पहले नौ माह अप्रैल से दिसंबर के दौरान 0.98 प्रतिशत बढ़कर 5,240.2 लाख टन पर पहुंच गयी। भारतीय बंदरगाह संगठन (आईपीए) ने इसकी जानकारी दी। इन बंदरगाहों ने पिछले साल की समान अवधि में 5,189.3 लाख टन माल की ढुलाई की थी। इन प्रमुख 12 बंदरगाहों में दीनदयाल (पूर्ववर्ती कांडला), मुंबई, जेएनपीटी, मोर्मुगाव, न्यू मेंगलूर, कोचिन, चेन्नई, कमरजार (पूर्ववर्ती एन्नोर), वी.ओ. चिदंबरनार, विशाखापत्तनम, पारादीप और कोलकाता (हल्दिया समेत) शामिल हैं।
आईपीए के आंकड़ों के अनुसार, इस दौरान लौह अयस्क की ढुलाई 32.01 प्रतिशत बढ़कर 393.6 लाख टन पर पहुंच गयी। हालांकि कोयले की ढुलाई 17.08 प्रतिशत घटकर 659.7 लाख टन पर आ गयी। कोकिंग कोल एवं अन्य कोयले की ढुलाई 1.51 प्रतिशत बढ़कर 423.9 लाख टन पर पहुंच गयी। साल भर पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 417.6 लाख टन रहा था। तैयार उर्वरकों की ढुलाई 20.17 प्रतिशत बढ़ी, जबकि अपरिष्कृत उर्वरक की ढुलाई स्थिर रही। इस दौरान कंटेनरों की ढुलाई 2.71 प्रतिशत बढ़ी।आंकड़ों के अनुसार, इस दौरान दीनदयाल बंदरगाह ने सर्वाधिक 924.1 लाख टन की ढुलाई की। इसके बाद पारादीप ने 836.1 लाख टन, विशाखापत्तनम ने 535.3 लाख टन, जेएनपीटी ने 507.2 लाख टन, हल्दिया समेत कोलकाता ने 470.9 लाख टन, मुंबई ने 461.6 लाख टन, चेन्नई ने 358.3 लाख टन और न्यू मेंगलूर ने 276 लाख टन माल की ढुलाई की।