प्रयागराज! भारतीय रेल इंजीनियरिंग सेवा के वर्ष 1981 बैच अधिकारी श्री अरुण मलिक ने दिनांक 06.01.2017 को उत्तर मध्य रेलवे के अपर महाप्रबंधक का पदभार ग्रहण किया था। श्री मलिक दिनांक 31.01.2020 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उत्तर मध्य रेलवे में आगमन उपरांत अपने दो वर्षों के कार्यकाल में श्री मलिक ने विविध दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन किया। श्री मलिक ने कुम्भ 2019 में रेलवे के की कार्ययोजना के क्रियान्वयन में समन्वयक के रूप में उल्लेखनीय योगदान किया। इन्होनें तीन क्षेत्रीय रेलों एवं जिला प्रशासन के साथ सफलतापूर्वक समन्वय किया और इस विराट आयोजन में रेलवे की सफलता में अप्रतिम योगदान दिया। इसके लिए उन्हे माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश से प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया गया।
श्री मलिक ने उत्तर मध्य रेलवे की आधारभूत संरचना के सुधार से जुड़े निर्माण कार्यों की गति को बढ़ाने में भी उल्लेखनीय योगदान दिया। इन्होने निर्माणाधीन मालभाड़ा गलियारे के कार्यों एवं अन्य महत्वपूर्ण निर्माण कार्यों के लिए समन्वय के साथ ही मानवरहित समपारों के उन्मूलन के जटिल कार्य के संपादन में भी उल्लेखनीय भूमिका का निर्वहन किया। इसके अलावा श्री मलिक ने मानव युक्त लेवल क्रॉसिंगों के समापन से जुड़े रोड ओवर एवं रोड अंडर ब्रिजों के निर्माण के कार्यों को गति प्रदान करने मे महती योगदान किया।
इसके अतिरिक्त श्री मलिक की उपलब्धियों में उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में ई-ऑफिस का क्रियान्वयन, लंबे समय से लंबित कोर्ट केसों का निस्तारण, जनशिकायत से जुड़े मामलों के त्वरित निस्तारण में प्रभावी मॉनिटरिंग के कार्य शामिल हैं। इनके योगदान से जनशिकायतों के निवारण में उत्तर मध्य रेलवे की स्थिति में अत्यधिक सुधार हुआ। इसके अलावा श्री अरुण मलिक ने कर्मचारी कल्याण में भी प्रभावी योगदान किया और इस क्रम में कर्मचारी प्रशिक्षण, सेवानिवृति उपरांत लाभों एवं निवेश के संबंध में जागरूकता के लिए विशेष प्रयास किए।
ज्ञात हो कि उत्तर मध्य रेलवे आने से पूर्व श्री मलिक रेल कोच फैक्ट्री/कपूरथला में मुख्य इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे। श्री अरुण मलिक ने अपनी सिविल इंजीनियरिंग मे स्नातक की पढ़ाई आई.आई.टी रुड़की से पूरी की एवं इनकी प्रारंभिक शिक्षा इलाहाबाद मे हुई थी। श्री मलिक ने सहायक इंजीनियर के रूप मे वर्ष 1983 मे पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के अलीपुरद्वार मंडल से अपनी रेल सेवा प्रारंभ करते हुये अब तक भारतीय रेल के 6 जोनों में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। उनको इंजीनिरिंग के तकनीकी पक्षों, निर्माण एवं आधुनिक तकनीकी से जुडे विभिन्न विषयों पर 36 वर्षों का गहन अनुभव प्राप्त है।
श्री अरुण मलिक ने पूर्व मध्य रेलवे में मण्डल रेल प्रबंधक/समस्तीपुर, के पद पर रहते हुये यात्री सुविधा जैसे नवीन प्लेटफार्म का निर्माण, पेय जल की उत्तम व्यवस्था आदि के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य किये है। इसके अतिरिक्त उन्होने उत्तर पश्चिम रेलवे में मुख्य ट्रैक इंजीनियर एवं मुख्य इंजीनियर/ट्रैक मशीन, दक्षिण मध्य रेलवे में मुख्य पुल इंजीनियर, मुख्य कार्मिक अधिकारी/आई आर, मुख्य इंजीनियर/निर्माण, अपर मण्डल रेल प्रबंधक/गुंटकल सहित विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया।
श्री मलिक रेल सेवा के साथ-साथ ही विभिन्न सामाजिक विषयों मे अपना योगदान देते रहते हैं। ये अनाथ बच्चों, वृद्धों ,दिव्यांग एवं बाल कल्याण आदि से जुड़े विभिन्न सामाजिक संगठनो के साथ जुड़े रहे हैं।