◆चुनाव नजदीक है तो 2000 रुपये की बढ़ोतरी का ऐलान किया जा रहा है◆
प्रयागराज: प्रदेश सरकार अनुदेशकों के मानदेय में ₹2000 की बढ़ोतरी करने की मुख्यमंत्री की घोषणा का अनुदेशकों ने कड़ा विरोध किया है। उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन,उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष तेजस्वी शुक्ला ने मानदेय वृद्धि की घोषणा को सरकार के दिखावा का करार दिया है और कहा है कि सबसे पहले इतिहास में योगी सरकार ने 2019 में अनुदेशकों के मानदेय 8470 रुपए में 1470 रुपए की कटौती करते हुए रिकवरी की है। अब जब चुनाव नजदीक है तो ₹2000 मानदेय बढ़ोतरी का ऐलान किया जा रहा है। सरकार की ओर से यह अनुदेशकों का सम्मान नहीं बल्कि दिखावा है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा लगातार नियमितीकरण की मांग संगठन द्वारा किया जा रहा है। अगर सरकार उनको सम्मानजनक स्थित देना चाहती है तो अनुदेशकों का नियमितीकरण किया जाए। इसके अलावा कोई भी समझौता संगठन को मंजूर नहीं है। वहीं विभिन्न जनपदों में अनुदेशकों ने मानदेय का कड़ा विरोध किया है। जिसमें विशाल श्रीवास्तव, भोला नाथ पांडेय, महेंद्र पाठक, अशोक चौहान, राजेश कुशवाहा, प्रिया दीक्षित, मोनिका कुमारी (एटा), माधुरी यादव, दिवाकर गांधी, नीरज पांडेय, मोहम्मद फैसल, प्रियंक मिश्रा, माधुरी गुप्ता, अनु विश्नोई व अभिषेक गुप्ता आदि है।