अतीक फिर आएगा प्रयागराज, साबरमती से लेकर टीम रवाना

माफिया अतीक अहमद को एक बार फिर प्रयागराज लाया जा रहा है। मंगलवार दोपहर जिला पुलिस की एक टीम उसे लेकर गुजरात की साबरमती जेल से रवाना हो गई। उसके बुधवार दोपहर तक यहां पहुंचने की संभावना है। उसे कोर्ट में पेश कर कस्टडी रिमांड की अर्जी दी जाएगी। जिसके बाद उससे उमेश पाल हत्याकांड के राज उगलवाए जाएंगे।

जिला पुलिस की एक टीम रविवार को ही साबरमती जेल के लिए रवाना हो गई थी। यह टीम सोमवार शाम गुजरात पहुंची। मंगलवार सुबह 11 बजे के करीब पुलिस टीम साबरमती जेल पहुंच गई और वारंट बी का तामीला कराया। इसके बाद अतीक का जेल में ही मेडिकल परीक्षण कराया गया। फिर अन्य औपचारिकताएं पूरी करने के बाद दोपहर तीन बजे के करीब पुलिस टीम उसे लेकर प्रयागराज के लिए चल दी।

सीजेएम कोर्ट में होनी है पेशी

साबरमती जेल से प्रयागराज तक की दूरी लगभग 1300 किमी है। अतीक को सड़क मार्ग से प्रिजन वैन में लाया जा रहा है, ऐसे में सफर में लगभग 24 घंटे का वक्त लगने की संभावना है। माना जा रहा है कि वह बुधवार दोपहर तक प्रयागराज पहुंचेगा। इसके बाद उसे सीजेएम कोर्ट में पेश किया जाएगा। जहां अर्जी देकर उसकी कस्टडी रिमांड मांगी जाएगी।

23 मार्च को जारी कराया था बी वारंट

उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद नामजद आरोपी है। 23 मार्च को उसके खिलाफ धूमनगंज पुलिस ने बी वारंट बनवाया था। इसके बाद पुलिस की टीम साबरमती जेल भी पहुंची थी लेकिन किन्हीं कारणों से उसे नहीं लाया जा सका था। हालांकि अब एक बार फिर उसे प्रयागराज लाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

16 दिन में दूसरी बार आएगा माफिया

2019 से साबरमती जेल में बंद माफिया अतीक पिछले 16 दिनों में दूसरी बार प्रयागराज लाया जाएगा। इससे पहले 27 मार्च को उसे साबरमती जेल से लाया गया था। 28 मार्च को उसे एमपीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया था, जहां उमेश पाल अपहरण केस में उसे व दो अन्य को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। फैसले के बाद उसी रात उसे गुजरात के लिए रवाना कर दिया गया था।

अशरफ का भी बना है बी वारंट, कभी भी लाया जा सकता है

उमेश पाल हत्याकांड में अतीक के साथ ही उसका भाई अशरफ भी नामजद आरोपी है। पुलिस ने इस मामले में उसका भी बी वारंट जारी कराया है। ऐसे में तय माना जा रहा है कि पुलिस उसे भी जल्द ही प्रयागराज ला सकती है। अशरफ बरेली जेल में बंद है और उमेश पाल अपहरण केस में आरोपी होने के चलते उसे भी 28 मार्च को प्रयागराज की स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश किया गया था। हालांकि सबूतों के अभाव में उसे बरी कर दिया गया था।

क्यों जारी हुआ बी वारंट?

मुकदमा विवेचक इंस्पेक्टर राजेश कुमार मौर्य ने कोर्ट को बताया कि उमेश पाल हत्याकांड में अब तक की विवेचना में अतीक अहमद के विरुद्ध साजिशकर्ता के रूप में पर्याप्त साक्ष्य पाए गए हैं। केस डायरी के अवलोकन के बाद कोर्ट ने इस मामले में वारंट बनाए जाने के लिए अतीक को तलब करने का पर्याप्त आधार पाया और इसी क्रम में बी वारंट जारी किया गया।

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