भारतीय हॉकी टीम का सेमीफाइनल का मुकाबल जर्मनी के साथ 6 अगस्त को होगा। लेकिन उससे पहले रविवार को हुए ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ मुकाबले में भारत ने शूटआउट में शानदार प्रदर्शन कर ब्रिटेन पर 4-2 से जीत दर्ज की। निर्धारित 60 मिनट के इस मैच में टीमें 1-1 की बराबरी पर रहीं। इसके बाद शूटआउट के जरिए विजेता का फैसला हुआ। पीआर श्रीजेश एक बार फिर अपनी स्मार्ट गोलकीपिंग से टीम की जीत के हीरो बने। लेकिन इस मैच में काफी विवाद भी देखने को मिले। कुछ तो ऐसे नजारे थे जिन्हें देखकर हर कोई हैरान रह गया।
दरअसल, हुआ यूं कि शूटआउट के शुरुआत होने से पहले ग्रेट ब्रिटेन के गोलकीपर को अपने साथ आईपैड रखने की अनुमति दी गई थी जिसे देखकर भारतीय हॉकी खिलाड़ी हैरान रह गए। उन्होंने रेफरी के सामने इसका विरोध किया। भारतीय खिलाड़ियों के विरोध करने के बाद रेफरी ने ब्रिटेन के गोलकीपर से डिवाइस जब्त कर ली। जिसके बाद भारत ने दूसरा पेनल्टी शॉट मारा।
बता दें कि, हॉकी इंडिया के रेफरी को लेकर सवाल खड़े किए हैं। हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने इस घटना पर अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि ये एक ऐसा व्यवधान है जिससे बचा जाना चाहिए। साथ ही टिर्की ने कहा कि, नियमों के अनुसार, जिस तरफ शूटआउट हो रहा है, वहां नोटपैड नहीं रखे जाने चाहिए। इससे व्यवधान पैदा हो सकता है। इस तरह के उच्च स्तरीय मैचों में अधिक सावधानी से अंपायरिंग की आवश्यकता होती है।
वहीं हॉकी इंडिया ने भी रविवार को एक बयान जारी कर कहा कि, ओलंपिक्स में अंपायरिंग और निर्णय लेने के क्षमता के बारे में गंभीर चिंता व्यक्त की गई। हॉकी इंडिया ने डिफेंडर अमित रोहिदास को रेड कार्ड दिखाए जाने के मामले में वीडियो रिव्यू के असंगत इस्तेमाल के साथ-साथ ओली पेन द्वारा आईपैड के इस्तेमाल पर चिंता जताई।