विकास खंड होलागढ़ के ब्लाक संसाधन केंद्र परिसर में बेसिक शिक्षा विभाग तथा बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के संयोजन एवं तत्वाधान में *हमारा आंगन हमारे बच्चे उत्सव* कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम का उद्घाटन खण्ड विकास अधिकारी होलागढ़ संजीव रत्न द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया।
इस दौरान बाल वाटिका में पढ़ने वाले बच्चों तथा रेडिनेस कार्यक्रम में 80 फीसदी से अधिक उपस्थिति दर्ज कराने वाले बच्चों के उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले नोडल शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
खंड शिक्षा अधिकारी होलागढ़ लाल जी शर्मा ने निपुण लक्ष्य प्राप्त करने एवं स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम के क्रियान्वयन पर विचार व्यक्त किये ।
खण्ड विकास अधिकारी होलागढ़ द्वारा अपने उद्बोधन में आयु वर्ग 5-8 तक के विद्यार्थियों को आधारभूत साक्षरता के प्रथम सोपान के रूप में चिह्नित किया गया है। उन्होंने सभी अभिभावकों को बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों एवं प्राथमिक विद्यालयों में नियमित भेजने के लिए प्रेरित किया।
रेडीनेस नोडल एआरपी फिरोज आलम खां ने हमारा आंगन हमारे बच्चे स्लोगन को भावनात्मकरूप से देखने व समझने की बात कही । आंगनबाड़ी और नोडल शिक्षकों को स्वप्रेरित रहते हुए, नन्हे मुन्नों को खेल खेल में, सिखाने और निपुण बनाने की बात कही, उन्होंने तुलनात्मक शब्द बच्चों के लिये प्रयोग न करने की बात कही।
इस अवसर पर एआरपी आशुतोष कुमार ने निपुण लक्ष्य कैसे प्राप्त हो, इस पर आंगनवाड़ी कार्यकत्री एवं शिक्षकों से चर्चा की और लक्ष्य प्राप्ति के लिए अग्रसर रहने की अपील की।
शिक्षकों से कहा कि बच्चों को शिक्षित करें, संबंधित संसाधन ब्लाक द्वारा उपलब्ध कराये जाएंगें साथ ही ब्लाक को निपुण ब्लाक बनाने का आवाहन करते हुए पूरे मनोयोग से बच्चों का भविष्य संवारने के लिये सभी को उत्साहित किया।
इस अवसर पर विकासखंड के नोडल शिक्षक एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्री एवं रेडिनेस नोडल शिक्षक संकुल संयुक्त रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम में खण्ड विकास अधिकारी महोदय द्वारा विकासखंड के सर्वाधिक उपस्थित रहने वाले बच्चों को पुरस्कृत किया गया। इसी के क्रम में नोडल शिक्षक संकुल शहला वर्मा एवम रक्षा जयसवाल, नोडल शिक्षकों आगनवाड़ी कार्यकत्रियों को सराहनीय कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
कार्यशाला में नोडल शिक्षकों द्वारा टीएलएम मेला लगाया गया। कार्यशाला के अंत में हितधारकों द्वारा बच्चों को निपुण बनाने में अपना अमूल्य योगदान देने की शपथ लेते हुए, कार्यक्रम का समापन किया गया।