स्वतंत्रता आंदोलन की साक्षी इंदिरा श्रीवास्तव का निधन जनपद में शोक की लहर

प्रयागराज । प्रयागराज के प्रमुख स्वतंत्रता आंदोलन में अग्रणी शक्ति भूमिका निभाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री  एवं  इंदिरा गांधी,  पुरुषोत्तम दास टंडन ,  छून्नन गुरु पंडित केदारनाथ मालवीय, पंडित दयाशंकर मालवीय दयालु गुरु आदि प्रमुख सेनानियों के सानिध्य में स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले, एवं स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर अपने अंतिम दौर तक कांग्रेसी तिरंगा एवं गांधीजी का चरखा का साथ ना छोड़ने वाले स्वनामधन्य गोकुल वासी रामकृष्ण श्रीवास्तव की धर्मपत्नी एवं स्वतंत्रता आंदोलन की साक्षी श्रीमती इंदिरा श्रीवास्तव (९३वर्ष ) ने अपने प्रयागराज, कल्याणी देवी (अतरसुइया) स्थित आवास पर प्रातः 5 बजे अपनी अंतिम सांस ली उन्होंने अपने पीछे तीन पुत्रों एवं एक पुत्री क्रम से अमरेश कृष्ण, संजयकृष्ण श्रीवास्तव, राजीवकृष्ण श्रीवास्तव (बंटी भैया) एवं विवाहित पुत्री सीमा सहित अनेकों अनेक  पौत्र, पौत्री, परपुत्र, परपुत्री गणों हरा भरा परिवार छोड़ गई, वह स्वयं भी अपने अंतिम समय तक समाज सेवा में संलग्न रही, ज्ञात हो कि इनके पति स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रामकृष्ण श्रीवास्तव  का भी स्वर्गवास लगभग 6 वर्ष पूर्व हो गया था, जिन का अंतिम संस्कार शासन प्रशासन की। देखरेख में राजकीय सम्मान के साथ दारागंज घाट पर संपन्न हुआ था, ज्ञातव्य हो कि उनके निधन के बाद से इनका स्वास्थ्य अक्सर खराब होने लगा था।
उनके निधन पर भाजपा महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी जय शिव सेना राष्ट्रीय अध्यक्ष ओंकार नाथ त्रिपाठी जनहित संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रमिल केसरवानी राजेश केसरवानी अभिषेक ठाकुर  विवेक अग्रवाल दिगंबर त्रिपाठी बादल केसरवानी वेद जायसवाल अभिलाष केसरवानी गौरी शंकर वर्मा इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश चंद्र केसरवानी आदि ने शोक प्रकट करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।

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