कलावीथिका का उदघाटन, तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ
प्रयागराज ।उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र ने शाम संगीत संध्या सजाते हुए अपने क्षेत्र में आने वाले उन लोक कलाकारों को सम्मानित किया, पिछले दिनों पद्मश्री सम्मान प्राप्त हुआ. तीन दिवसीय स्थापना दिवस समारोह का शुभारंभ केन्द्र परिसर स्थित नवीनीकृत महात्मा गांधी कला वीथिका का आयुक्त संजय गोयल ने किया.
लोक कलाकारों को सम्मानित करते हुए प्रयागराज की सांसद श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि लोक कलाकारों की विधाएं हमारा वह वास्तविक इतिहास बताती हैं, जो कभी लिखा ही नहीं गया. उन्होंने कहा कि सुदूर अंचल के लोक कलाकारों को प्रतिष्ठित सम्मानित करने का यह काम बहुत अच्छा है. इसकी परंपरा जारी रहनी चाहिए.
सम्मानित होने वाले पद्मश्री प्राप्त लोक कलाकारों में बुंदेलखंड अंचल के विख्यात राई नर्तक पं. राम सहाय पांडे, मिर्जापुर की लोकप्रिय कजरी गायिका श्रीमती अजिता श्रीवास्तव, मध्य प्रदेश के बैगा नर्तक अर्जुन सिंह धुर्वे एवं लोक नाट्य नौटंकी के प्रतिष्ठित कलाकार पं. राम दयाल शर्मा शामिल रहे.
प्रारंभ में केन्द्र के निदेशक प्रोफेसर सुरेश शर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि लोक कलाओं से जुड़े अनेक कलाकार अपना पूरा जीवन कला साधना में लगा देते हैं, लेकिन समाज में उन्हें वह स्थान नहीं मिल पाता, जिसके वह अधिकारी हैं. लोक कलाकारों को सम्मानित करने का यह अभिनव प्रयास शुरू किया है, जो निरतंर चलता रहेगा. उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक केन्द्रों का यह विशिष्ट काम है.
शाम को आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ विख्यात बांसुरी वादक चेतन जोशी के बांसुरी वादन से हुआ. चेतन जोशी जी के साथ तबले पर वाराणसी के पंडित ललित कुमार और बांसुरी सहयोग वाराणसी के अजीत कुमार रहे.
अजिता श्रीवास्तव ने कजरी गायन से श्रोताओं को बांधा तो राई नृत्य से राम सहाय पांडे और कर्मा तथा बैंगा नृत्य से अर्जुन सिंह धुर्वे ने दर्शकों को अभिभूत कर दिया. अंत में मेघालय के लोक कलाकारों ने चेरांव नृत्य प्रस्तुत किया.
पूर्वान्ह में नवीनीकृत महात्मा गांधी कला वीथिका का उदघाटन आयुक्त संजय गोयल ने किया. उन्होंने कला वीथिका का अवलोकन करते हुए आशा व्यक्त कि नवीनीकरण के बाद कला वीथिका कलाकारों के लिए सुविधाजनक होगी और कार्यक्रम में वृद्धि होगी.