कोविड -19 के दौरान उत्तर मध्य रेलवे ने यात्री और माल परिवहन के अपने मुख्य कार्यों को बनाए रखने और उन्नत करने के लिए न केवल एक समग्र और बहुपक्षीय दृष्टिकोण अपनाया है, बल्कि इस अदृश्य दुश्मन से लड़ने के लिए अपरंपरागत और नए क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। कोविड -19 के दौरान उत्तर मध्य रेलवे के प्रयासों और पहलों में रेलवे सुरक्षा बल, उत्तर मध्य रेलवे का प्रमुख योगदान रहा है। लॉकडाउन के प्रारम्भिक दौर में , रेलवे सुरक्षा बल ने सभी खाली कोचिंग रेकों, 400 से अधिक स्टेशनों और अन्य रेलवे संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ मानवीय दृष्टिकोण के तहत रेलवे स्टेशनों के निकट 30000 से अधिक असहाय और फंसे व्यक्तियों को नि: शुल्क भोजन भी उपलब्ध कराया| उत्तर मध्य रेलवे परिक्षेत्र में 429 समय-सारणीबद्ध पार्सल ट्रेनों, खाली कोचिंग रेकों सहित 4500 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की एस्कार्टिंग कार्य के अतिरिक्त रेल सुरक्षा बल ने उत्तर मध्य रेलवे पर ओरिजिनेट एवं टर्मिनेटिंग होने वाली 400 से अधिक श्रमिक विषेश गाड़ियों के हैण्डलिंग में सक्रिय भूमिका निभाई है| दिनांक 12.05.20 से विशेष ग़ाड़ियों के परिचालन प्रारम्भ होने के साथ, रेल सुरक्षा बल द्वारा ट्रेनों और स्टेशनों पर सुरक्षा एवं कोवोड – 19 सम्बंधी नियमों का अनुपालन सुनिश्चित कराने में सक्रिय भूमिका निभाई गई ।
उपरोक्त कार्यों के अतिरिक्त रेल सुरक्षा बल द्वारा जनवरी से अगस्त 2020 तक, 157 टिकट दलालों को गिरफ्तार कर रु 97,79,799 मूल्य के 7584 टिकट बरामद किये गये। इसी अवधि के 10,926 अपराधियों से लगभग रु 51,00,000/- का जुर्माना , रेलवे सम्पत्ति की चोरी करने वाले 148 लोगो के खिलाफ कार्यवाही कर लगभग रु 7,00,000 मूल्य की सम्पत्ति बरामद की।रेल सुरक्षा बल, उत्तर मध्य रेलवे ने कार्यवाही करते हुये 1673 अनाधिकृत वेंडरों से लगभग रु 18,00,000/- का जुर्माना वसूलने के साथ साथ अलार्म चेन पुलिंग में लिप्त लगभग 1774 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की। उत्तर मध्य रेलवे परिक्षेत्र में सुरक्षा हेल्प लाइन नंबर 182 पर प्राप्त लगभग 876 कालों को एटेंड किया गया और यात्रियों की सुरक्षा सम्बंधी परेशानियों का त्वरित कार्यवाही करते हुये निराकरण किया गया।
उत्तर मध्य रेलवे के रेल सुरक्षा बल ने अन्य रेलवे कर्मचारियों की सहायता से लगभग 350 से अधिक खोए हुए बच्चों को बचाया और उन्हें उनके परिवारों के साथ मिलवाया या ऐसे बच्चों को अग्रिम सहायता हेतु एनजीओ या स्थानीय पुलिस को सौपा। रेल सुरक्षा बल द्वारा नशे और प्रतिबंधित सामग्रियों के वाहक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुये तस्करी में शामिल 33 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 23,50,000 / – रुपये की कीमत की 233 किलो अवैध सामग्री बरामद की गई तथा संबंधित राज्य पुलिस को सौंपी गई है। रेल यात्रियों से अपराध की घटनाओं में लिप्त 100 से अधिक अपराधियों को गिरफ्तार कर जीआरपी के सुपुर्द किया। यात्रा के दौरान 117 छूटे सामानों सम्बंधित यात्रियों को वापास किया। जनवरी से अगस्त 2020 तक दिव्यांग / आरक्षित डिब्बों में अवैध रूप से यात्रा कर रहे 906 अनाधिकृत व्यक्तियों से लगभग रु 1,81,425 एवं महिला यात्रियों के लिय आरक्षित डिब्बों में अनाधिकृत रूप से यात्रा कर रहे 1911 अनाधिकृत व्यक्तियों से रु 2,53,000 जुर्माने के रूप में वसूल किया गया। अपराध के विरुद्ध “जीरो टालरेंस” के अंतर्गत रेल सुरक्षा बल द्वारा विभिन्न उन्नत एवं नवीन तकनीकों जैसे आईएसएस (ISS), विएसएस (VSS), साईबर सेल एवं डायनमिक ट्रेन एस्कार्ट का प्रयोग किया जा रहा है।
रेल सुरक्षा बल कर्मियों के कौशल को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से विभन्न कार्यशालाओं जैसे नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रोपिक पदार्थ (एन.डी.पी.एस) ट्रेनिंग, जेंडर सेंसटाइजेशन एवं प्रोजेक्ट सक्षम का नियमित आयोजन किया जा रहा है।