शुआट्स के फार्मेसी विभाग में विदाई समारोह का आयोजन किया गया
नैनी, प्रयागराज।
शुआट्स के फार्मेसी विभाग के छात्रों ने 15 अप्रैल को डी फार्म, बी फार्म और एम फार्म कार्यक्रमों के निवर्तमान बैच के लिए विदाई समारोह का आयोजन किया। स्वास्थ्य विज्ञान संकाय की डीन प्रो अमिता वर्मा ने निवर्तमान छात्रों के लिए शानदार करियर की कामना की। उन्होंने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इलाहाबाद-कौशांबी के विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) डॉ. केपी श्रीवास्तव का स्वागत किया। डॉ. श्रीवास्तव ने कृषि क्षेत्र में शुआट्स के एक सदी से भी अधिक पुराने योगदान की सराहना की। मुख्य अतिथि ने सभी बच्चों को बधाई देते हुए कहा की सेवा ही मानवता का मूल मंत्र है। डा श्रीवास्तव ने कहा कि ईमानदारी और निस्वार्थ भाव से कार्य करने से सफलता के साथ-साथ शोहरत भी प्राप्त होती है।
विशिष्ट अतिथि निदेशक प्रशासन संजय फिलिप दास ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र पहनाकर सम्मानित किया और बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामना दी। उन्होंने फार्मेसी पेशे के निवर्तमान छात्रों को पूर्ण समर्पण के साथ देश की सेवा करने के लिए प्रोत्साहित किया तथा छात्रों को संस्थान से प्राप्त ज्ञान को समाज के उत्थान के लिए लागू करने के लिए निर्देशित किया।
डी फार्म, बी फार्म एवं एम फार्म के विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। निवर्तमान छात्रों ने संस्थान में अपने यादगार अनुभव साझा किये।
प्रो अमिता वर्मा ने बताया कि शुआट्स का फार्मेसी विभाग प्रयागराज में फार्मेसी शिक्षा का अग्रणी संस्थान है। विभाग की शुरुआत वर्ष 2002 में फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) द्वारा अनुमोदित बी फार्म कार्यक्रम के साथ प्रयागराज में फार्मेसी शिक्षा के पहले संस्थान के रूप में की गई थी। यह नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) में फार्मेसी के शीर्ष 100 संस्थानों में शामिल प्रयागराज का एकमात्र संस्थान है।
विदाई समारोह में उप कुलसचिव प्रशासन एरोन एलेक्जेंडर, पीआरओ द्वितीय ब्रजेश पांडेय, डिप्टी पीआरओ कौशल सक्सेना, डा पंकज यादव सहित हेल्थ एंड मेडिकल साइंस के फैकेल्टी एवं कर्मचारी गण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन सहायक प्रोफेसर डॉ. नीतू सोनी एवं डॉ. एकता यादव द्वारा किया गया। फार्मेसी विभाग के छात्र, विशेषकर निशांत पटेल, पारुल, विश्व प्रकाश, वैष्णवी, शांतनु, निधि सोनकर, अनिकेत पटेल और विकास पाल ने उत्साहपूर्वक कार्यक्रम को व्यवस्थित किया।