मऊआइमा (प्रयागराज) । मऊआइमा विकासखंड के विभिन्न ग्राम पंचायतों में साफ सफाई के लिए तैनात अधिकांश सफाई कर्मी गांव में ना जाकर एडीओ पंचायत कार्यालय एवं ग्राम सचिवों की चाकरी में अधिक समय व्यतीत करते हैं। जिसके चलते अधिकांश गांव मे गंदगी का अंबार देखा जा सकता है।
ग्रामीणों का कहना है यदि साफ सफाई का यही आलम रहा तो संक्रामक रोगों के फैलने से नही रोका जा सकता है।
मऊआइमा विकास खण्ड में 56 ग्राम पंचायतों के 90 राजस्व गांवो में वर्तमान में कुल 97 सफाई कर्मियों की नियुक्ति की गयी है।महरौंडा, सराय बादशाहकुली,खरगापुर सहित कई ऐसे भी गांव हैं जहां एक भी सफाई कर्मी की तैनाती नही की गयी है। विकास खण्ड की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत मऊआइमा में इन दिनों सफाई व्यवस्था सबसे बदत्तर हालत में बतायी जा रही है जबकि उक्त ग्राम पंचायत में तीन सफाई कर्मियों की नियुक्ति बतायी गयी है। यही हालात ग्राम पंचायत विशम्भरपुर, सराय अतन उर्फ नौगिरा,मोहम्मदपुर सरायअली,बाँकाजलालपुर,छितेमऊ , कटभर प्रवेजपुर आदि ग्राम पंचायतों की भी बतायी गयी है।गांवो की सड़कों व गलियों में जल भराव एवं कूड़े करकट के अंबार लगने से संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका को लेकर ग्रामीणों में भय का माहौल है।सराय दीना ग्राम पंचायत में तैनात सफाई कर्मी तेज बहादुर भारतीय के संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि उक्त सफाई कर्मी आज तक कभी गांव में झांकने तक नही गया।अलबत्ता उक्त सफाई कर्मी एडीओ पंचायत कार्यालय में बाबू का काम देखता है बिल बाउचर पास करने से लेकर डोंगल लगाने तक का कार्य सुबह से शाम तक बाकायदा कंप्यूटर पर बैठ कर करते देखा जा सकता है।ग्रामीणों द्वारा विभागीय अफसरों से कई बार इस बाबत शिकायत भी की गयी लेकिन ऊंची पहुंच के चलते आज तक कोई बाल बांका नही कर सका। इस बाबत एडीओ पंचायत विजय बहादुर से बात की गयी तो उन्होंने कहा जिन गांव में सफाई कर्मियों की शिकायत मिलती है तो उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।