वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को संसद में कहा कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है और इसने सभी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। विपक्ष के आरोपों पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में कहा देश की अर्थव्यवस्था पर चर्चा कराने से सरकार कभी नहीं हिचकती। दरअसल, वित्त मंत्री ‘देश में आर्थिक स्थिति’ पर राज्यसभा में हुए अल्पकालिक चर्चा का जवाब दे रही थीं। उन्होंने कहा कि जुलाई-सितंबर में जीडीपी की दर उच्च थी; हमने सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था की गति लगातार कायम रखी है।
सीतारमण ने कहा कि सभी क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधि अच्छी रही है; सभी क्षेत्र उल्लेखनीय रूप से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएलआई योजना जैसे विभिन्न उपायों की वजह से विनिर्माण क्षेत्र अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। वित्त मंत्री ने कहा कि भारत पिछले आठ वर्षों में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और विकास सभी क्षेत्रों में दिखाई दे रहा है और केवल एक तक सीमित नहीं है। उन्होंने बताया कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान, भारत की जीडीपी में 7.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि दुनिया की तीसरी और चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में इस अवधि के दौरान संकुचन हुआ।
वित्त मंत्री ने जोर देकर कहा कि मेक इन इंडिया कार्यक्रम और उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना जैसे सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न उपायों के कारण विनिर्माण क्षेत्र ने भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। मंत्री ने भारत को दुनिया में दूसरा सबसे अधिक मांग वाला विनिर्माण गंतव्य बताया। करों के संबंध में, उन्होंने कहा, “इस साल 9 नवंबर तक प्रत्यक्ष कर संग्रह में 21.82 प्रतिशत की वृद्धि हुई और आर्थिक विकास के संकेत में मासिक जीएसटी संग्रह 1.6 लाख करोड़ रुपये पर स्थिर हो गया है।” उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में लगभग 13.5 करोड़ लोग बहुआयामी गरीबी से बाहर आए हैं
देश में बढ़ती कीमतों के बारे में मंत्री ने कहा कि सरकार ने महंगाई को काबू में रखने के लिए कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा महंगाई दर अप्रैल 2022 में 7.8 फीसदी के शिखर पर पहुंच गई, हालांकि, अब यह भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा दिए गए 4 फीसदी के लक्ष्य के करीब बनी हुई है। सीतारमण ने कहा कि भारत आज दूध, दलहन, कपास, चीनी सहित कुछ अन्य चीजों के उत्पादन में दुनिया के देशों में पहले स्थान पर है जबकि चावल, गेहूं, गन्ना और फलों व सब्जियों के उत्पादन में वह दूसरे स्थान पर है। उन्होंने कहा कि मछली, ऑटोमोबाइल, फार्मा और ऊर्जा उत्पादन जैसे क्षेत्रों में भारत आज दुनिया में तीसरे स्थान पर है।