संविधान के लिए लड़ेंगे, मोदी सरकार की तानाशाही के खिलाफ लड़ेंगे: प्रियंका

विवादित संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे जामिया मिल्लिया इस्लामिया और देश के अन्य विश्वविद्यालयों के छात्रों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में पार्टी नेता सोमवार को यहां इंडिया गेट पर धरने पर बैठ गए और आरोप लगाया कि इस संशोधित कानून की मंशा संविधान को तबाह करना है। शाम चार से छह बजे तक चले ‘मूक प्रदर्शन’ के बाद, कांग्रेस महासचिव ने नागरिकता कानून को लेकर मोदी सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि रविवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया के विद्यार्थियों पर पुलिस की कार्रवाई ‘भारत की आत्मा पर हमला’ है। उन्होंने कहा, ‘‘जब सरकार इस तरह से विश्वविद्यालय के अंदर घुसकर छात्रों पर वार करती है तो पूरे देश को चोट पहुंचती है। मैं मां हूं, ये बच्चे मेरे बच्चों की उम्र के हैं।’’ उन्होंने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून भारत के संविधान के खिलाफ है और यह संविधान को ‘तबाह’ करने के लिए लाया गया है।कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ भाजपा सरकार ने संविधान पर हमला किया। इसने छात्रों पर हमला किया। यह भारत की आत्मा पर हमला है। युवा देश की आत्मा है। नौजवान देश की आत्मा हैं, उनकों प्रदर्शन करने का अधिकार है, आवाज उठाने का हक है, ये हक उनको संविधान ने दिया है।’’ उन्होंने कहा कि युवा विश्वविद्यालय में पढ़ने के लिए जाते हैं, शिक्षा लेने के लिए जाते हैं, आप इनके पुस्तकालय में घुसकर उन्हें पीटते हैं, उन्हें वहां से घसीटते है। हमारा देश एक लोकतांत्रिक देश है, यह तानाशाही नहीं चलेगी।’’ कांग्रेस नेता ने धरने के बाद संशोधित नागरिकता कानून के बारे में पत्रकारों से कहा, ‘‘ यह पूरी तरह से संविधान के खिलाफ है और यह संविधान की भावना को नष्ट करने का तरीका है। हर भारतीय को इसके खिलाफ लड़ना चाहिए।’’ उन्होंने कहा ‘‘ कांग्रेस पार्टी का एक-एक नेता, एक-एक कार्यकर्ता संविधान के लिए लड़ेगा, मोदी सरकार की तानाशाही के खिलाफ लड़ेगा, जवाब मांगेगा और छात्र-छात्राओं के साथ खड़ा रहेगा।’’

Related posts

Leave a Comment