श्रृंगवेरपुर धाम/प्रयागराज । कार्तिक शुक्ल पक्ष एकादशी 11 नवंबर से कार्तिक पूर्णिमा 15 नवंबर 2024तक रामायण मेला आयोजन समिति श्रृंगवेरपुर धाम द्वारा जिला पर्यटन संस्कृति परिषद प्रयागराज उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग लखनऊ के सहयोग से राष्ट्रीय एकता अखंडता एवं विश्व शांति को समर्पित पंचदिवसीय राष्ट्रीय रामायण मेला का समापन श्री राम कथा एवं विद्वत सम्मेलन के साथ संपन्न हुआ समापन समारोह में गोवर्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अध्योछजानन्द देव तीर्थ जी महाराज वतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे और उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि प्रभु श्री राम ज्ञान भक्ति और त्याग की प्रतिमूर्ति थे प्रभु श्री राम के रूप में नारायण ने ही मानव कल्याण के लिए साक्षात अवतार लिया था युग कालचक्र है रामलीला सुख और मोक्ष का आधार है व्यक्ति का जीवन दुखों से भरा हुआ है किंतु रामलीला और प्रभु श्री राम के गुणगान से उसके जीवन में शांति तथा प्रसन्नता प्राप्त होती है इसलिए रामलीला के साथ-साथ महत्वपूर्ण स्थानों पर रामायण मेलों का भी आयोजन किया जाता है जैसे अयोध्या चित्रकूट और श्रृंगवेरपुर धाम जो अपना 35 वर्ष पूरा कर लिए इसके लिए उन्होंने आयोजकों को बधाई भी दी और साथ ही यह भी कहा की श्रृंगवेरपुर धाम सामाजिक एकता और समरसता की पवित्र भूमि है यहां इस तरह का आयोजन किया ही जाना चाहिए प्रारंभ में आए हुए अतिथियों का स्वागत राष्ट्रीय रामायण मेला के अध्यक्ष डॉबालकृष्ण पांडे उपाध्यक्ष सिया राम सरोज संयुक्त मंत्री अमित द्विवेदी सुशील कुमार पांडे राकेश कुमार त्रिपाठी आदि ने किया समापन समारोह की शुरुआत दंडी स्वामी विनोदlनंद सरस्वती जी महाराज के श्री राम कथा से हुई जिसमें विद्वान आचार्य कृष्णमूर्ति त्रिपाठी आचार्य राजेश शुक्ला परमानंद जी महाराज छत्तीसगढ़ से पधारी शकुंतला व जगतगुरु रामानुजाचार्य नारायणाचार्यशांडिल्य जी महाराज निषाद राज पीठाधीश्वर माधव दास जी महाराज तीर्थ पुरोहित समाज के अध्यक्ष काली सहाय त्रिपाठी ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए समारोह की अध्यक्षता उच्च न्यायालय प्रयागराज के पूर्व न्यायमूर्ति सुधीर नारायण ने की तथा समारोह का सफल संचालन राष्ट्रीय रामायण मेला के महामंत्री उमेश चंद्र द्विवेदी ने किया इस अवसर विशेष पर पूर्व सांसद प्रवीण निषाद विद्वान अधिवक्ता बलराम सिंह सहकारी संघ विकासखंड कौड़िहार श्रृंगवेरपुर धाम के अध्यक्ष कृष्ण चंद्र पांडे पूर्व प्रधानाचार्य राजमणि शास्त्री प्रोफेसर भृगु कुमार मिश्र आशीष केसरवानी आलोक त्रिपाठी ओमप्रकाश द्विवेदी अनिल कुमार द्विवेदी अंगद जी सहित सैकड़ो लोग उपस्थित रहे
श्री राम कथा विद्वत सम्मेलन के साथ राष्ट्रीय रामायण मेले का समापन
