ओम नमः शिवाय की ओर से गऊ घाट स्थित आश्रम में राम – भरत मिलाप कार्यक्रम संपन्न
प्रयागराज । ओम नमः शिवाय की ओर से भगवान श्री राम और भरत मिलाप का भव्य आयोजन गऊघाट स्थित आश्रम पर आज किया गया। भगवान श्रीराम और भरत सहित माता जानकी, भगवान लक्ष्मण, और शत्रुघ्न सहित अन्य परिजनों के मिलाप को देखते ही लोगों की आंखें नम हो गई। सभी ने जय श्री राम, माता जानकी की जय, भारत की जय और लक्ष्मण की जय के नारे लगाने लगे । इसके पूर्व में पूज्य गुरुदेव के नेतृत्व में कोठा परचा चौराहे से भगवान श्रीराम की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान रथों पर भगवान श्री राम, माता जानकी, भगवान लक्ष्मण, राजा सुग्रीव, हनुमान सहित सभी प्रमुख लोग सवार होकर बैंड बाजे, ढोल मजीरे, नगाड़े के साथ गऊघाट स्थित आश्रम की ओर प्रस्थान किया। इस दौरान हजारों शिष्य भगवान श्री रामचंद्र सहित परिवार के सभी लोगों की आरती उतारी और 11 कुंतल पुष्पों गेदा, गुलाब, चमेली सहित अन्य पुष्पों की वर्षा की गयी । इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने भगवान का नैना विराम कर आशीर्वाद लिया। पूज्य गुरुदेव के नेतृत्व में भगवान श्री राम की भव्य शोभायात्रा कोठा परचा से होते हुए मुट्ठीगंज से बलुआ घाट घाट आश्रम पहुंची। भगवान श्रीराम सहित सभी भाइयों के मेल मिलाप के बाद सभी ने एक दूसरे के गले मिले और भगवान श्री राम, माता जानकी और लक्ष्मण का पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इस दौरान भगवान हनुमान , राजा सुग्रीव, विभीषण सहित अन्य राजा भी मौजूद थे। पूज्य गुरुदेव ने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति के मूल है भगवान श्री राम। उनके वन से वापस लौटने के बाद भगवान भरत ने भगवान श्रीराम के पैर में खडाऊ डालते हुए राज सिंहासन सौंप दिया और सभी लोग भगवान राम के नेतृत्व में रहने लगे और अयोध्या में दिवाली धूमधाम से मनाई गई। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में बडी संख्या में श्रद्धालु शामिल होने के लिए एक दिन पहले से आश्रम पहुंचने लगे थे। भगवान श्री राम और भरत मिलाप कार्यक्रम के बाद आश्रम में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।